शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार

शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार

इस लेख में “दैनिक करंट अफेयर्स” और विषय विवरण “शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार” शामिल हैं। यह विषय संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा के “विज्ञान और प्रौद्योगिकी” अनुभाग में प्रासंगिक है।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए:

  • शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार क्या हैं?
  • सीएसआईआर और इसकी संगठनात्मक संरचना क्या है?

ुख्य परीक्षा के लिए:

  • सामान्य अध्ययन-03: विज्ञान और प्रौद्योगिकी

सुर्खियों में क्यों?

  • हाल ही में, लगभग एक साल की देरी के बाद, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने आधिकारिक तौर पर वर्ष 2022 के लिए शांति स्वरूप भटनागर (एसएसबी) पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की घोषणा की है।

शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार-

  • इस पुरस्‍कार का नाम वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के संस्थापक निदेशक स्‍व. डॉ. (सर) शांति स्‍वरूप भटनागर के नाम पर रखा गया है और यह पुरस्‍कार “शांति स्‍वरूप भटनागर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पुरस्‍कार” के नाम से जाना जाता है।
  • यह पुरस्‍कार प्रत्येक वर्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्‍कृष्‍ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।

पात्रता और मानदंड:-

  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में अनुसंधानरत, कोई भी भारतीय नागरिक, जिसकी आयु पुरस्‍कार वर्ष के पूर्ववर्ती वर्ष में 31 दिसम्‍बर को 45 वर्ष तक हो। भारत के विदेशी नागरिक (ओ.सी.आई) और भारत में काम करने वाले भारतीय मूल के व्यक्ति (पी.आई.ओ) भी पात्र है
  • यह पुरस्कार उस व्यक्ति को प्रदान किया जाता है , सीएसआईआर के मतानुसार जिसने अपनी विशेषज्ञता के विशिष्ट क्षेत्र में मानव ज्ञान एवं प्रगति-मौलिक अथवा अनुप्रयुक्त के लिए सुस्पष्ट रूप से महत्वपूर्ण एवं उत्कृष्ट योगदान दिया हो |
  • यह पुरस्कार, पुरस्कार वर्ष से पहले के पाँच वर्षो के दौरान मुख्‍यत: भारत में किये गए कार्य के माध्यम से दिए गए योगदान के आधार पर प्रदान किया जाता हैं (यहॉं मुख्‍यत: से तात्‍पर्य अधिकांश से है)।
  • पुरस्कार विजेता को एक प्रशस्ति पत्र, एक पट्टिका और ₹ 5 लाख का नकद पुरस्कार मिलता है। इसके अलावा, प्राप्तकर्ताओं को 65 वर्ष की आयु तक 15,000 का मासिक वजीफा दिया जाता है, जो उनके चल रहे वैज्ञानिक प्रयासों के लिए सहायता प्रदान करता है।
  • 2022 के पुरस्कारों में, पहली पांच श्रेणियों में दो वैज्ञानिकों को चुना गया था, जबकि पृथ्वी और ग्रह और चिकित्सा विज्ञान में एक-एक वैज्ञानिक को सम्मानित किया गया था।

पुरस्कार श्रेणियाँ:

  • भौतिक विज्ञान
  • जैविक विज्ञान
  • रसायन विज्ञान
  • गणितीय विज्ञान
  • इंजीनियरिंग विज्ञान
  • पृथ्वी और ग्रह विज्ञान
  • चिकित्सा विज्ञान

घोषणा और वितरण:                                       

  • पुरस्‍कार प्राप्तकर्ताओ के नामों की सार्वजानिक घोषणा 26 सितम्‍बर, सीएसआईआर स्‍थापना दिवस पर महानिदेशक, सीएसआईआर द्वारा की जाती हैं।
  • पुरस्कार भारत के प्रधान मंत्री द्वारा प्राप्तकर्ताओं को प्रस्तुत किए जाते हैं, जो इन सम्मानों की प्रतिष्ठा और महत्व को बढ़ाते हैं।

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-

  • वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) भारत में एक प्रमुख राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास संगठन है।
  • सितंबर 1942 में भारत सरकार द्वारा स्थापित, सीएसआईआर भारत में सबसे बड़े अनुसंधान और विकास संगठन के रूप में उभरा है।
  • सीएसआईआर विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित एक स्वायत्त निकाय है और 1860 के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत संचालित होता है।
  • सीएसआईआर के पास 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, 39 दूरस्थ केंद्रों, 3 नवोन्मेषी परिसरों और 5 इकाइयों का एक सक्रिय नेटवर्क शामिल हैं।
  • इसमें वैज्ञानिक और तकनीकी क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, भौतिकी (Space Physics), समुद्र विज्ञान (Oceanography), भू-भौतिकी (Geophysics), रसायन, ड्रग्स, जीनोमिक्स (Genomics), जैव प्रौद्योगिकी और नैनोटेक्नोलॉजी से लेकर खनन, वैमानिकी (Aeronautics), उपकरण विज्ञान (Instrumentation), पर्यावरण अभियांत्रिकी और सूचना प्रौद्योगिकी तक की एक विस्तृत विषय शृंखला को शामिल करता है।

सीएसआईआर की संगठनात्मक संरचना:-

  • अध्यक्ष: भारत का प्रधानमंत्री (पदेन अध्यक्ष)
  • उपाध्यक्ष: केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री (पदेन उपाध्यक्ष)
  • शासी निकाय/संचालक मंडल: महानिदेशक (Director General) शासी निकाय का प्रमुख होता है।
  • इसके अतिरिक्त वित्त सचिव (व्यय) इसका पदेन सदस्य होता हैं।
  • अन्य सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है।
  • CSIR सलाहकार बोर्ड: यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों का 15 सदस्यीय निकाय होता है।
  • इसका कार्य शासी निकाय को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संबंधी सलाह या इनपुट्स प्रदान करना है।
  • इसके सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है।

स्त्रोत  न्यूज़ – द इंडियन एक्सप्रेस

प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न-

प्रश्न-01. शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कारों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:

  1. केवल अनुसंधान में लगे भारतीय नागरिक ही शोध के लिए पात्र हैं।
  2. पुरस्कार के लिए शोध किया गया योगदान मुख्य रूप से पिछले पांच वर्षों के भीतर भारत में आयोजित कार्यों पर आधारित होना चाहिए।
  3. ओवरसीज सिटिजन ऑफ इंडिया (OIC) इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं हैं।

परोक्त कथनों में से कौन सा/से सही नहीं है/हैं?

(a) केवल 1 और 2

(b) केवल 2 और 3

(c) केवल 1 और 3

(d) उपरोक्त कोई नहीं

उत्तर: C

प्रश्न-02. वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के अध्यक्ष कौन हैं?

(a) विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री। 

(b) भारत के राष्ट्रपति। 

(c) सीएसआईआर के महानिदेशक। 

(d) प्रधानमंत्री। 

उत्तर: D

 मुख्य परीक्षा प्रश्न-

प्रश्न-03. भारत में वैज्ञानिक उत्कृष्टता को मान्यता देने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत के भविष्य को आकार देने में उनकी भूमिका में शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कारों के महत्व पर चर्चा करें।

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