ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ)

ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ)

इस लेख में “दैनिक करंट अफेयर्स” और विषय विवरण “ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF)” शामिल है। यह विषय संघ लोक सेवा आयोग के सिविल सेवा परीक्षा के “आपदा प्रबंधन” खंड में प्रासंगिक है।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए:

  • ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ) क्या है?

मुख्य परीक्षा के लिए:

  • सामान्य अध्ययन- 3: आपदा प्रबंधन

सुर्खियों में क्यों?

  • उत्तरी सिक्किम में हाल ही में बाढ़ सिक्किम की दक्षिणी ल्होनक झील के टूटने के कारण आई थी। इस हिमनद झील में उल्लेखनीय परिवर्तन हुए हैं, जो लहोनक ग्लेशियर के पिघलने से बनी थी।

्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (GLOF) के बारे में

  • यह ऐसी बाढ़ को संदर्भित करता है जिसमें ग्लेशियर या मोराइन (ग्लेशियर की सतह पर गिरी धूल और मिट्टी का जमाव) से पानी अचानक गिरता है।
  • जब ग्लेशियर पिघलते हैं, तो यह जल, रेत, कंकड़ और बर्फ के अवशेषों से बने प्राकृतिक बाँध जैसी संरचना यानी ‘मोराइन’ में एकत्रित हो जाता है।
  • मिट्टी के बाँधों के विपरीत, ‘मोराइन’ बाँध की कमजोर संरचना के कारण ये प्रायः जल्दी टूट जाते हैं, जिससे निचले इलाकों में तेज़ी से बाढ़ आती है।

्लेशियल झीलें: 

  • ग्लेशियर झीलें बर्फ की सतह पर घर्षण को कम करके बर्फ के प्रवाह को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे प्रारंभिक स्खलन/बेसल स्लाइडिंग को बढ़ावा मिलता है।
  • प्रोग्रैशियल झीलें खंडन (Calving) का कारण बनती हैं, जो कि ग्लेशियर के द्रव्यमान संतुलन को प्रभावित करता है।
  • ग्लेशियर झीलें आपदा की दृष्टि से भी काफी संवेदनशील होती हैं और मोराइन जैसी बाँध संरचना के विफल होने पर गंभीर प्रलय आने की संभावना बढ़ जाती है।

कारण-

हिमनदों के पिघले पानी की गतिशीलता जीएलओएफ घटनाओं का एकमात्र कारण नहीं है। ये विनाशकारी बाढ़ कई अलग-अलग चीजों के कारण हो सकती है। ये कुछ सामान्य कारण हैं-

  • भूकंप: भूकंपीय गतिविधि ग्लेशियल झीलों के आसपास नाजुक संतुलन को बाधित कर सकती है जिससे पानी की अचानक बढ़ने के परिणामस्वरूप घाटी की ओर विनाशकारी बाढ़ आ सकती है।
  • अत्यधिक वर्षा: अत्यधिक वर्षा: क्षेत्र में लंबे समय तक या तीव्र वर्षा से हिमनद झीलों के विस्तार में तेजी आने की संभावना है, जिससे जीएलओएफ घटना की संभावना बढ़ जाती है।
  • बर्फ हिमस्खलन: उन क्षेत्रों में जहां हिमनद झीलें अक्सर ऊबड़-खाबड़, पहाड़ी इलाकों में धंस जाती हैं, बर्फ के हिमस्खलन का झीलों पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है। ये हिमस्खलन झीलों के भीतर पानी को स्थानांतरित कर सकते हैं, जिससे प्राकृतिक बांध ओवरफ्लो हो सकते हैं और परिणामस्वरूप नीचे की ओर बाढ़ आ सकती है।
2013 उत्तराखंड आपदा

  • 2013 में, भारत के उत्तराखंड के केदारनाथ क्षेत्र में एक अत्यंत विनाशकारी प्राकृतिक आपदा आई। चोराबाड़ी ताल हिमनद झील के कारण जीएलओएफ घटना हुई, जिसके साथ अचानक बाढ़ आई और हजारों लोग मारे गए।
  • इस दुखद घटना ने हिमानी झीलों के संभावित खतरों और संवेदनशील क्षेत्रों में उन्हें समझने और उन पर नजर रखने की आवश्यकता को स्पष्ट रूप से उजागर कर दिया है।

दक्षिण लहोनाक झील जीएलओएफ के बारे में

  • भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़: दक्षिण लहोनाक झील का प्रकोप इस क्षेत्र में भारी और लगातार बारिश के कारण हुआ, जिससे अचानक बाढ़ आ गई।
  • तीस्ता नदी और प्रभावित जिले: झील के विस्फोट के परिणामस्वरूप चार जिले, मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची में बाढ़ आ गई। यह घटना हिमनद झील विस्फोट बाढ़ (जीएलओएफ) के प्रति निचले क्षेत्र की संवेदनशीलता को उजागर करती है।
  • निगरानी और पर्यावरणीय परिवर्तन: दक्षिण लहोंनक झील ग्यारह बड़ी हिमनद झीलों में से एक है जिस पर केंद्रीय जल आयोग निगरानी और पर्यावरणीय परिवर्तनों के लिए नज़र रखता है।
  • ग्लेशियल रिट्रीट: 29 वर्षों में, लहोनाक ग्लेशियर 6.4 किमी से घटकर 5.1 किमी हो गया है, जिससे जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का पता चलता है।
  • बढ़ती झील: 1977 में 0.17 वर्ग किमी से शुरू होकर, लोहनाक झील 2002 में 0.78 वर्ग किमी और 2019 में 1.35 वर्ग किमी तक विस्तारित हुई। 17 से 28 सितंबर अवलोकन की अवधि के दौरान इसका आकार हाल ही में लगभग 5 हेक्टेयर (3%) बढ़ गया है।

जीएलओएफ के जोखिम प्रबंधन संबंधी दिशा-निर्देश :

  • खतरनाक झीलों की पहचान और मानचित्रण: ज़मीनी दौरे, पूर्व की घटनाओं, झील/बाँध और आस-पास की भू-तकनीकी विशेषताओं तथा अन्य भौतिक स्थितियों के आधार पर संभावित खतरनाक झीलों की पहचान की जा सकती है।
  • संरचनात्मक उपाय: मानसून के महीनों के दौरान नई झील संरचनाओं समेत जल निकायों में आने वाले स्वतः परिवर्तनों का पता लगाने के लिये सिंथेटिक-एपर्चर रडार इमेज़री (एक प्रकार का रडार जो द्वि-आयामी छवियों के निर्माण में सहायता करता है) के उपयोग को बढ़ावा दिया जा सकता है।
  • प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली: भारत समेत विश्व के लगभग सभी देशों में ‘ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड’ (GLOF) से संबंधित अर्ली वार्निंग सिस्टम (EWS) की संख्या बहुत कम है।
  • हिमालयी क्षेत्र में, ‘ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड’ (GLOF) को लेकर पूर्व चेतावनी के लिये सेंसर और निगरानी आधारित तकनीकी प्रणालियों के तीन उदाहरण मौजूद हैं, जिसमें से दो नेपाल में तथा एक चीन में है।
  • क्षमता निर्माण: संवेदनशील क्षेत्रों में बुनियादी ढाँचे के विकास, निर्माण और उत्खनन के लिये एक व्यापक ढाँचा विकसित किया जाना चाहिये। ‘ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड’ (GLOF) के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में भूमि उपयोग नियोजन के लिये प्रक्रियाओं को मान्यता दिये जाने की आवश्यकता है।
  • सार्वजनिक जागरूकता: सहभागिता कार्यक्रमों और सूचना अभियानों के माध्यम से जीएलओएफ जोखिमों और सुरक्षा उपायों के बारे में कमजोर समुदायों के बीच जागरूकता पैदा करना आवश्यक है।
  • अनुसंधान और निगरानी: पर्यावरणीय परिवर्तनों, ग्लेशियल रिट्रीट, और नई झील संरचनाओं के निरंतर अनुसंधान और निगरानी से संभावित जीएलओएफ घटनाओं की समझ और भविष्यवाणी में सुधार होता है, जिससे शमन प्रयासों में सहायता मिलती है।

स्त्रोत- सिक्किम में ग्लेशियर झील फटने से कम से कम सात लोगों की मौत 

Download yojna daily current affairs hindi med 6th Oct 2023

 प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न-

प्रश्न-01. ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

  1. ग्लेशियर झीलें बर्फ की सतह पर घर्षण को कम करके बर्फ के प्रवाह को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे प्रारंभिक स्खलन/बेसल स्लाइडिंग को बढ़ावा मिलता है।
  2. प्रोग्रैशियल झीलें खंडन (Calving) का कारण बनती हैं, जो कि ग्लेशियर के द्रव्यमान संतुलन को प्रभावित करता है।
  3. जब ग्लेशियर पिघलते हैं, तो यह जल, रेत, कंकड़ और बर्फ के अवशेषों से बने प्राकृतिक बाँध जैसी संरचना यानी ‘मोराइन’ में एकत्रित हो जाता है।

परोक्त कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1 और 2

(b) केवल 2 और 3

(c) केवल 3

(d) उपर्युक्त सभी।

उत्तर: (D)

प्रश्न-02. निम्नलिखित पर विचार करें:

  1. संपत्ति और बुनियादी ढांचे का विनाश
  2. बीमारियों का फैलना
  3. नई हिमनद झीलों का निर्माण
  4. बेहतर सिंचाई प्रणाली

उपरोक्त में से कितने जीएलओएफ के सही संभावित परिणाम नहीं हैं?

(a) केवल एक

(b) केवल दो

(c) केवल तीन

(d) उपर्युक्त सभी।

उत्तर: (C)

मुख्य परीक्षा प्रश्न-

प्रश्न-03. ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ) की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए। ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड्स के जोखिमों को कम करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा प्रदान किए गए दिशानिर्देशों पर चर्चा कीजिए

 

No Comments

Post A Comment