विश्व पृथ्वी दिवस 2023

विश्व पृथ्वी दिवस 2023

विश्व पृथ्वी दिवस 2023

संदर्भ- प्रत्येक वर्ष की तरह आज 22 अप्रैल को समस्त विश्व में पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है। यह दिवस समस्त विश्व में वर्ष 1970 से पर्यावरण की जागरुकता हेतु मनाया जाता है।

पृथ्वी दिवस का प्रारंभ

पर्यावरण के प्रति जागरुकता से पूर्व अमेरिका में बड़े पैमाने पर ऑटोमोबाइल के द्वारा लैड युक्त गैस का उत्सर्जन हो रहा था। पर्यावरण में बाहरी कचरे की सफाई के लिए कार्यवाही की जा रही थी किंतु विषेली गैसों के पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव से अंमेरिकी अनभिग्य थे। 1962 में राहेल कर्सन की पुस्तक साइलेंट स्प्रिंग ने पर्यावरण, जीवित जीवों और मानव स्वास्थ्य के परस्पर संबंध को दृष्टिगोचर किया। 

प्रारंभ में विकास का धुंआ समझे जाने वाले धुँए के पर्यावरणीय प्रभावों के बारे में समझ विकसित हुई। और अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड हेल्सन ने 1970 में पर्यावरण संरक्षण के लिए इस दिवस की शुरुआत की थी। विश्वविद्यालय स्तर पर कार्य कर रहे अनेक संगठन जो तेल रिसाव, प्रदूषण जनित फेक्ट्रियाँ, ऊर्जा संयंत्र आदइ के कारण उत्पन्न हुए प्रदूषण को रोकने के लिए कार्य कर रहे विश्व के संगठनों को पृथ्वी दिवस के रूप में राष्ट्रीय मंच उपलब्ध हुआ। 

पृथ्वी दिवस के प्रभाव के कारण कई पर्यावरण संबंधी कानून व संगठनों का निर्माण हुआ-

  • संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण संरक्षण एजेंसी
  • राष्ट्रीय पर्यावरणीय शिक्षा अधिनियम
  • वायु अधिनियम
  •  स्वच्छ जल अधिनियम 
  • लुप्तप्राय प्रजाति अधिनियम
  • संघीय कीटनाशक, कवकनाशक, रोडेंटिसाइड अधिनियम

अमेरिका में जनजागरुकता के बाद पहली बार वैश्विक स्तर पर पर्यावरण जागरुकता को प्रसारित करने के लिए 1990 में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया जिसमें रिसाइक्लिंग को महत्व दिया गया। और संयुक्त राष्ट्र पृथ्वी सम्मेलन 1992  की नींव रखी। आज यह 192 देशों में विश्व पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

वर्तमान पृथ्वी दिवस का उद्देश्य 2020 में लगभग 50 वर्षों के लिए विश्व के लगभग 1 अरब लोगों को पृथ्वी संरक्षण के कार्यों के लिए एकत्रित करना है। जिसके तहत निम्न पर्यावरण से जुड़े मुद्दों के लिए निवेश करने का आग्रह किया जाता है-

पृथ्वी जलवायु साक्षरता- जलवायु संकट से निपटने और निम्न उद्देश्यों को पूर्ण करने हेतु बच्चों, युवाओं, वयस्कों, हेतु जलवायु साक्षरता का प्रबंध करने की आवश्यकता है, इन उद्देश्यों के लिए 4931 हस्ताक्षर हो चुके हैं।

  • सतत विकास लक्ष्य 4- बेहतर स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन, शांति और समृद्धि सुनिश्चित करना।
  • सतत विकास लक्ष्य  13 – जलवायु परिवर्तन से होने वाले गंभीर परिणामों के लिए त्वरित कार्यवाही करना।
  • पेरिस समझौता का एक्ट 12- जलवायु परिवर्तन से संबंधित शिक्षा, प्रशिक्षण, जन जागरूकता, सार्वजनिक भागीदारी और सूचना तक सार्वजनिक पहुंच को सुनिश्चित करना।
  • मानव अधिकार की संयुक्त राष्ट्र घोषणा का अनुच्छेद 26- प्रत्येक व्यक्ति के लिए शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित करना।
  • यूनेस्को ईएसडी कार्यक्रम- यूनेस्को के कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार करना और जनता की रुचि जागृत करना।

कैनोपी प्रोजैक्ट – पृथ्वी में बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण करने के साथ उसकी भरपाई के रूप में वृक्षारोपण किया जा रहा है। इसके लिए कैनोपी प्रोजैक्ट की शुरुआत की गई है। 2010 से,पृथ्वी दिवस के मौके पर द कैनोपी प्रोजेक्ट के साथ लाखों पेड़ लगाए हैं। यह दुनिया भर में समुदायों को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। भारत में इस परियोजना के लिए मैंग्रोव को चुना गया है। 

फैशन उद्योग को बदलना – पिछले 20 वर्ष में विश्व भर में 2.4 ट्रिलियन डॉलर के परिधान उद्योग विकसित हुए हैं, जो केवल एक बार उपयोग (फास्ट फैशन) पर आधारित होते हैं। इस प्रकार के वस्त्रों के कचरे का निपटान लैंडफिल या भस्मीकरण पद्धति पर किया जाता है। यह उद्योग सभी कार्बन उत्सर्जन के 10% के लिए जिम्मेदार है। कपड़ा प्रसंस्करण वैश्विक अपशिष्ट जल का 20% उपभोग करता है।यह नदियों, नालों और भूजल को उच्च स्तर के कीटनाशकों और कठोर रसायनों से प्रदूषित करता है, जिनमें से कई कार्सिनोजेनिक हैं। इस प्रकार के फैशन उद्योग को परिवर्तित करने के लिए प्रयास किए जाने हैं। जिसमें रिसाइक्लिंग और रियूज आधारित कपड़ो को ही महत्ता दी जानी चाहिए। 

प्लास्टिक को समाप्त करना – पिछले 30 वर्षों में प्लास्टिक प्रदूषण में वृद्धि हुई है और अब यह एक वैश्विक समस्या का रूप धारण कर चुका है। प्लास्टिक के रिसाइकल पर अधिक बात की जाती है किंतु रिसाइकल की प्रोसैस में भी अत्यधिक कार्बन का उत्सर्जन होता है। विश्व में कुल प्लास्टिक का केवल 9% प्लास्टिक को ही रिसाइकल किया जा रहा है। प्लास्टिक के अत्यधिक दुष्प्रभावों के चलते इसके लिए कई सिफारिशें की जानी है जैसे- सिंगल य़ूज प्लास्टिक पर वैश्विक स्तर पर प्रतिबंध लगाना, प्लास्टिक को किसी भी पारिस्थितिकी तंत्र में जाने से पहले ही उसके नवाचार को प्रोत्साहन करना, आदि।

द ग्रेट ग्लोबल क्लीन अप – वैश्विक स्तर पर सफाई के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है जिसके तहत विश्व भर में लोग सफाई अभियान व कूड़े के निस्तारण के लिए स्वयं आगे आए। विश्व पृथ्वी दिवस के मौके पर लोग सफाई अभियान में भाग ले रहे हैं।

 पृथ्वी में ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन के लिए भी एक पृथ्वी विधेयक लाने के भी प्रयास किए जाने हैं, जिसके लिए सभी देशों से समर्थन की मांग की जा रही है।  

 स्रोत

https://www.earthday.org/earth-day-2023/

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