बवंडर

बवंडर

बवंडर

संदर्भ –  हाल ही में मिसिसिपी में आए एक शक्तिशाली तूफान के कारण कम से कम 25 लोगों की मृत्यु व कई लोग घायल हो गए हैं। तूफान से मची त्रासदी के बाद सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। मलबे में लापता हुए लोगों की तलाश की जा रही है।

बवंडर- 

  • बवंडर या तड़ितझंझा, पूर्ण विकसित कपासी वर्षी मेघ हैं जो गरज व बिजली उत्पन् करते हैं जब इन बादलों में नमी की कमी होती है तो यह बादल आंधी का रूप ले लेते हैं। इसकी विशेषता वायु का ऊर्ध्व प्रवाह है। जिसके केंद्र में अत्यंत कम वायु दाब होता है। 
  • बवंडर की हवाओं की गति 300 मील प्रति घण्टे तक होती है। जमीन को छूती हुई इस हवा की गति संपर्क में आने वाले सभी वस्तुओं को नष्ट कर आपदा का कारण बन सकती है।
  • बवंडर का आकार 50 मील तक लम्बा व लगभग 1 मील तक चौड़ा होता है।
  • हवा के फनल में जमीन से टकराकर मलबा भी शामिल हो जाता है।
  • बवंडर मध्य अक्षांशों में सर्वाधिक आते हैं। 

बवंडर की संरचना- 

  • बवंडर की त्रिआयामी संरचना एक शंकु या फनल की आकृति के समान होती है। 
  • उच्च हवा की गति व अत्यंत कम दाब के कारण यह हवा रोटेशन करती है जिससे बवंडर पनल का रूप ले लेते हैं।
  • बवंडर वाताग्र के निर्माण के कारण बनते हैं। वाताग्र वह क्षेत्र होता है जहाँ दो विभिन्न तापमान या दो विभिन्न नमी के वायु द्रव्यमान मिलते हैं। तब भिन्न भिन्न ताप व नमी वाली दो वायु राशियाँ, द्रव्यमानों के सापेक्ष संचलन करती हैं। जब पृथ्वी की सतह पर ठण्डी हवा का द्रव्यमान गर्म हवा के संपर्क में आता है तो ठण्डी हवा का द्रव्यमान गर्म हवा के समानांतर व सतह के अधिक निकट अपना मार्ग बना लेता है। इन दोनों द्रव्यमानों के मध्य एक ठण्डे वाताग्र का निर्माण होता है। इससे वायुमण्डलीय दाब में कमी का कारण बनते हैं। 

चक्रवात मौसम प्रणाली के लिए एक सामान्य शब्द है जिसमें हवाएं कम वायुमंडलीय दबाव वाले क्षेत्र में अंदर की ओर घूमती हैं। विशाल मौसम प्रणालियों के लिए, परिसंचरण पैटर्न उत्तरी गोलार्ध में वामावर्त दिशा में और दक्षिणी गोलार्ध में दक्षिणावर्त दिशा में होता है। चक्रवातों के प्रकारों में उष्णकटिबंधीय चक्रवात, अत्यधिक उष्णकटिबंधीय चक्रवात और बवंडर शामिल हैं। एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात एक घूमने वाली कम दबाव वाली मौसम प्रणाली है जिससे आंधी उत्पन्न होती है। 

विश्व में बवंडर ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका, एशिया व दक्षिणी अमेरिका सहित दुनियाँ के कई हिस्सों में आते हैं।  संयुक्त राज्य अमेरिका में सर्वाधिक टोरनेडो या बवंडर की घटनाएं होती है। अमेरिका में प्रति वर्ष लगभग 1200 बवंडर आते हैं। 

बवंडर के प्रभाव-

मानव संसाधन की हानि- बवंडर अपने मार्ग में आने वाले सभी संसाधनों को अपने चपेट में ले लेती है, जिसमें सभी तरह के मकान, पुल, पेड़ पौंधे, पहाड़ हो सकते हैं। इस आपदा के कारण प्रति वर्ष मानवों व पशुओं की मृत्यु हो जाती है। प्रतिवर्ष बवंडर के कारण लगभग 100 मृत्यु और 1500 से अधिक लोग इससे चोटिल हो जाते हैं। और इसके साथ साथ, इस आपदा में अधिकतर लोगों की सम्पत्ति नष्ट हो जाती है, जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। 

प्रदूषण- बवंडर, पेड़ पौंधों, जंगलों को समाप्त करने के साथ कंक्रीट के जंगलों को भी समाप्त करता है जिससे उत्पन्न होने वाली धूल व मिट्टी, साधारण प्रदूषण के साथ साथ वातावरण में सूक्ष्म कणों की अधिकता होती है।

खतरनाक अपशिष्ट – विनाश के कारण उत्पन्न विविध  प्रकार के अपशिष्ट उत्पन्न होते हैं जो मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण के लिए खतरनाक होते है जैसे- खतरनाक घरेलू कचरा, मोटर वाहनों की कार्यशाला से उत्पन्न अपशिष्ट तथा इसी प्रकार कैमिकल कार्यशाला से उत्पन्न रसायनिक पदार्थों का वातावरण में प्रसारित होना मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा उत्पन्न कर सकता है।

वनस्पति की हानि- इसके कारण वनस्पति की अत्यधिक हानि होती है। 2011 में सीबीएस सैक्रामेंटों की आपदा के कारण लगभग 25000 बादाम के वृक्ष नष्ट हो चुके थे। 

आगे की राह

मौसम विज्ञान के अत्याधुनिक होने के बाद भी बवंडर जैसी आपदा प्रतियेक वर्ष अमेरिका में गंभीर क्षति का कारण बनती है। अतः इन परिस्थितियों में बचाव संबंधी उपायों के प्रति स्थानी. लोगों को जागरुक किया जा सकता है।

स्रोत

Indianexpress.com

Yojna IAS daily current affairs hindi med 28th March 2023

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