19 Jun भारतीय वायु सेना का पहला बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास : तरंग शक्ति – 2024
( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र – 3 के अंतर्गत ‘ भारत की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से संबंधित मुद्दे , विभिन्न सुरक्षा बल, एजेंसियां और उनका अधिदेश ’ खंड से और यूपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ अभ्यास तरंग शक्ति – 2024 , रेड फ्लैग अभ्यास ’ खंड से संबंधित है। इसमें योजना आईएएस टीम के सुझाव भी शामिल हैं। यह लेख ‘ दैनिक कर्रेंट अफेयर्स ’ के अंतर्गत ‘ भारतीय वायु सेना का पहला बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास : तरंग शक्ति – 2024 ’ से संबंधित है।)
ख़बरों में क्यों ?
- भारतीय वायु सेना का पहला बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास, तरंग शक्ति – 2024, को भारत में ही अगस्त महीने में आयोजित किया जाएगा।
- वायु सेना के इस पहले बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास, तरंग शक्ति-2024 में कुल 10 देश भाग लेंगे तथा इसमें कुछ अन्य देश पर्यवेक्षक के रूप में भी शामिल होंगे।
- यह बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास अमेरिका द्वारा आयोजित रेड फ्लैग अभ्यास से प्रेरित है।
अभ्यास तरंग शक्ति – 2024 :
- अभ्यास तरंग शक्ति को मूल रूप से वर्ष 2023 के अंत में आयोजित किया जाना था, किन्तु कुछ कतिपय कारणों से इस अभ्यास को 2023 में स्थगित कर दिया गया था।
- अब यह वायु अभ्यास दो अलग-अलग चरणों में आयोजित किया जाएगा।
- प्रथम चरण : भारतीय वायु सेना का पहला बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास, तरंग शक्ति – 2024, को भारत में प्रथम चरण के तहत अगस्त के प्रथम दो सप्ताह के दौरान दक्षिण भारत में आयोजित किया जाएगा।
- द्वितीय चरण : वायु अभ्यास तरंग शक्ति 2024 को द्वितीय चरण के तहत भारत के पश्चिमी क्षेत्र में अगस्त के अंत से सितंबर के मध्य तक आयोजित किया जाएगा।
- कुछ देश दोनों चरणों में भाग लेंगे, जिससे व्यापक प्रशिक्षण परिदृश्य तैयार होगा, जबकि कुछ अन्य देश परिचालन उद्देश्यों के आधार पर विशिष्ट चरणों में भाग लेंगे।
- यह भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित होने वाला पहला बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास है।
- उद्देश्य : इस अभ्यास का उद्देश्य उन मित्र देशों को आमंत्रित करना है जिनके साथ भारतीय वायुसेना नियमित रूप से संपर्क रखती है और जिनके बीच कुछ हद तक अंतर-संचालन क्षमता है।
- अभ्यास तरंग शक्ति – 2024 में भाग लेने वाले देश : ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी, जापान, स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका।
- इसमें जर्मनी द्वारा A-400M विमान का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसे मध्यम परिवहन विमान की श्रेणी में खुले टेंडर के संभावित विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
- भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित होने वाले इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य पेशेवर बातचीत को बढ़ावा देना, इसमें भाग लेने वाले विभिन्न बलों के रोजगार दर्शन को समृद्ध करना और मूल्यवान अंतर्दृष्टि के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना है।
- यह इन देशों के लिए सहयोग करने तथा अपनी सामरिक और परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करता है।
- हाल ही में जून 2024 में, भारतीय वायु सेना ने अलास्का में ‘रेड फ्लैग’ हवाई अभ्यास के दूसरे संस्करण में भाग लिया, जो 4 से 14 जून 2024 तक चला।
- इस अभ्यास में भारतीय राफेल विमानों ने सिंगापुर और अमेरिकी विमानों के साथ मिलकर संयुक्त मिशनों में हिस्सा लिया।
- इन संयुक्त मिशनों का उद्देश्य बियॉन्ड विजुअल रेंज परिस्थितियों में काउंटर एयर हमलों का प्रतिकार करना, उन्हें रोकना और हवाई सुरक्षा की क्षमता को मजबूत करना था।
- इन संयुक्त मिशनोंi में राफेल विमानों का उपयोग करते हुए बियॉन्ड विजुअल रेंज स्थितियों में आक्रामक काउंटर एयर और एयर डिफेंस भूमिकाओं में बड़े पैमाने पर संलग्नता के मिशनों का संचालन किया गया था।
रेड फ्लैग अभ्यास क्या है ?
- रेड फ्लैग अभ्यास (जिसे रेड फ्लैग – नेलिस भी कहा जाता है) संयुक्त राज्य वायुसेना (USAF) द्वारा वर्ष भर में कई बार दो-सप्ताह के लिए आयोजित होने वाला एक उन्नत वायुयुद्ध प्रशिक्षण अभ्यास है।
- इसका उद्देश्य सैन्य वायुयान पायलटों और अन्य उड़ान के कर्मचारियों के लिए वास्तविक वायुयुद्ध प्रशिक्षण प्रदान करना है, जो संयुक्त राज्य और सहयोगी देशों से हैं।
- हर वर्ष, तीन से छह रेड फ्लैग अभ्यास नेलिस एयर फोर्स बेस, नेवाडा में आयोजित किए जाते हैं, जबकि और चार अधिक, जिन्हें रेड फ्लैग – अलास्का कहा जाता है, एयल्सन एयर फोर्स बेस, अलास्का में आयोजित किए जाते हैं।
- इसे पहली बार 29 नवंबर 1975 को आयोजित किया गया था, रेड फ्लैग अभ्यास संयुक्त राज्य वायुसेना (USAF), संयुक्त राज्य नौसेना (USN), संयुक्त राज्य मैरीन कोर (USMC), संयुक्त राज्य सेना (USA) और कई सहयोगी राष्ट्रों की वायुयान के कर्मचारियों को एक साथ एक मंच पर साथ लाता है।
- रेड फ्लैग अभ्यास नेलिस के तहत संयुक्त राज्य वायुसेना युद्ध केंद्र (USAFWC) के नियंत्रण में आयोजित होते हैं। इन्हें 57 विंग (57 WG) के 414 वायुयान प्रशिक्षण वायुसेना (414 CTS) द्वारा चलाया जाता है।
- यूएसएएफ द्वारा आयोजित : हाल ही में अलास्का के एयेल्सन एयर फोर्स बेस पर संपन्न हुए रेड फ्लैग अभ्यास में कई अंतर्राष्ट्रीय भागीदारियां शामिल थीं।
- भारतीय वायुसेना की तैनाती : भारतीय वायुसेना ने इस अभ्यास के लिए आठ राफेल लड़ाकू विमानों को तैनात किया, जिनका समर्थन आईएल-78 मध्य-हवा रिफ्यूलर्स और सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों द्वारा किया गया।
- युद्ध सिमुलेशन : इस अभ्यास में हवाई युद्ध के विभिन्न परिदृश्यों को शामिल किया गया, जिसमें लाल और नीली सेनाएं क्रमशः रक्षात्मक और आक्रामक भूमिकाओं का अनुकरण करती हैं।
अभ्यास तरंग शक्ति – 2024 का महत्व :
- अभ्यास तरंग शक्ति – 2024 के आयोजन में उन्नत सैन्य प्रौद्योगिकियों और सैन्य तकनीकी प्रगति का प्रदर्शन किया जाता है।
- इसके साथ ही यह सहभागी देशों के मध्य उपकरणों की प्रभावशीलता और समन्वय का परीक्षण भी करता है।
- यह अभ्यास उन्नत सैन्य प्रौद्योगिकियों और क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिसमें लड़ाकू जेट, परिवहन विमान, और हवाई ईंधन भरने की प्रणालियाँ शामिल हैं।
- यह अभ्यास विभिन्न प्रतिभागी देशों को बहुराष्ट्रीय परिवेश में अपने उपकरणों की प्रभावशीलता और अंतर-संचालनशीलता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है।
- इस अभ्यास से बदलते भू – रणनीतिक देशों के क्षेत्रीय स्थिरता में वृद्धि होगी और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामूहिक सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
- यह अभ्यास के माध्यम से वैश्विक सुरक्षा पहलों में एक प्रमुख साझेदार के रूप में भारत की भूमिका को सुदृढ़ करता है और इसमें भागीदार देशों के साथ भारत के राजनयिक संबंधों को मजबूत करता है।
Download yojna daily current affairs hindi med 19th June 2024
स्रोत – द हिंदू एवं पीआईबी।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. अभ्यास तरंग शक्ति 2024 के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- यह भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित होने वाला पहला बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास है।
- यह भारत में चार चरणों में आयोजित होगा।
- इसका आयोजन भारतीय थल सेना द्वारा अन्य देशों के थल सेना के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास के रूप में किया जायेगा।
- इस अभ्यास का द्वितीय चरण अगस्त के अंत से सितंबर के मध्य तक भारत के पश्चिमी क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा।
उपरोक्त कथन / कथनों में से कौन सा कथन सही है ?
A. केवल 1, 2 और 3
B. केवल 2, 3 और 4
C. केवल 2 और 4
D. केवल 1 और 4
उत्तर – D
मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. अभ्यास तरंग शक्ति के महत्व को रेखांकित करते हुए यह चर्चा कीजिए कि यह किस प्रकार भारत के आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के लिए उन्नत सैन्य प्रौद्योगिकियों और क्षमताओं को प्रदर्शित करने का एक मंच है ? तर्कसंगत मत प्रस्तुत कीजिए। ( शब्द सीमा – 250 अंक – 15 )
Qualified Preliminary and Main Examination ( Written ) and Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) three times Of UPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION in the year of 2017, 2018 and 2020. Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) of 64th and 67th BPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION.
M. A M. Phil and Ph. D From (SLL & CS) JAWAHARLAL NEHRU UNIVERSITY, NEW DELHI.
No Comments