05 Sep राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान(NIOS)
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान(NIOS)
चर्चा में -एनआईओएस का कहना है कि भारत का पहला वर्चुअल स्कूल पिछले साल केंद्र द्वारा शुरू किया गया था, दिल्ली सरकार द्वारा नहीं।
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्ठान-(National Institute of Opening School)-
- NIOS पूर्व स्नातक स्तर पर शिक्षार्थियों की जरुरतों को पूरा करने के लिए ओपन स्कूल है।
- वर्चुअल ओपन स्कूल एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म है, जो सीखने के परिणामों को बढ़ाने और डिजिटल युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए छात्रों की सस्ती, विश्व स्तरीय शिक्षा तक पहुंच को सक्षम करने का एक साधन है ।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 1979 को NIOS एक परियोजना के रूप में शुरु किया गया।
- 1986 में शिक्षा पर राष्ट्रीय नीति ने माध्यमिक स्तर पर चरणबद्ध तरीके से इसे सुदृढ़ करने का सुझाव दिया था।
- National Open School (NOS) की स्थापना नवंबर, 1989 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD), भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के अनुसरण में एक स्वायत्त संगठन के रूप में की गई थी।
- राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय को 1990 में पंजीकरण, जाँच व प्रमाणित करने का अधिकार प्राप्त किया।
- जुलाई 2002 में NOS को प्री डिग्री स्तर तक स्कूली शिक्षा में सतत विकास के लिए नाम बदलकर NIOS(National Institute of Open School) कर दिया गया।
NIOS के कार्य-
- शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना।
- व्यवसाय की दृष्टि से सम्भावना प्रदान करना।
- ओपन एजुकेशनल वोकेशनल प्रोग्राम के लिए अन्य अग्रणी शैक्षिक संगठनों से सहायता की मांग करना।
- पहली पीढ़ी के विद्यार्थियों, शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर, नेत्रहीन और समाज के वंचित वर्ग के उम्मीदवारों की आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान देना।
- कौशल विकास पर फोकस के साथ (I) ओपन बेसिक एजुकेशन (OBE), (II) सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी एजुकेशन, और (III) वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (VET) प्रोग्राम के लिए जरूरत आधारित पाठ्यक्रम और सेल्फ लर्निंग मैटेरियल विकसित करना।
- पाठ्यक्रमों और कार्यक्रमों का समर्थन करने के लिए कोर्सवेयर के प्रभावी लेनदेन के लिए मल्टी-मीडिया और मल्टी-चैनल डिलीवरी मोड विकसित करना।
- मुक्त विद्यालयी शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान, नवाचार और विकास गतिविधियों को शुरू करना और सभी हितधारकों के लिए निष्कर्षों का प्रसार करना।
- भारत और विदेशों में संस्थानों/संगठनों/एजेंसियों को ओडीएल के क्षेत्र में पेशेवर/तकनीकी परामर्श प्रदान करना।
- मुक्त विद्यालयी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करना।
कार्य संरचना-
- NIOS के 5 विभाग,
- 23 क्षेत्रीय केंद्र व 2 उपक्षेत्रीय केंद्र,
- 2 NIOS प्रकोष्ठ और 7400 से अधिक अध्ययन केंद्र,
- 4.13 मिलियन(5 वर्ष में) के संचयी नामांकन समेत विश्व की सबसे बड़ी मुक्त विद्यालयी शिक्षा प्रणाली है।
उपयोगिता-
- शिक्षा के सार्वभौमिकरण के लिए।
- समाज में अधिक समानता व न्याय के लिए।
- सीखने वाले वर्ग के विकास के लिए।
- प्रयोग करने में आसान व सुविधाजनक होता है।
- अत्यधिक किफायती व सुरक्षित प्लेटफॉर्म है।
Yojna IAS Daily current affairs Hindi med 5thSeptember
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