09 Aug राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 का महत्व
( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र – 3 के अंतर्गत ‘ वैज्ञानिक नवाचार और खोज, समावेशी और सतत विकास ’ खंड से और यूपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस, मिशन चंद्रयान- 3, राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार, शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, विज्ञान रत्न पुरस्कार 2024 ’ खंड से संबंधित है। इसमें योजना आईएएस टीम के सुझाव भी शामिल हैं। यह लेख ‘ दैनिक करेंट,अफेयर्स ’ के अंतर्गत ‘ राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 का महत्व ’ खंड से संबंधित है।)
खबरों में क्यों?
- हाल ही में भारत सरकार ने वर्ष 2024 में पहली बार राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP) विजेताओं की घोषणा की है।
- यह पुरस्कार भारत में पहली बार वैज्ञानिक उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए देश की दृष्टि में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।
- भारत सरकार द्वारा यह पुरस्कार 23 अगस्त को प्रदान किया जायेगा, जो भारत के लिए पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस भी है।
- भारत सरकार द्वारा 23 अगस्त को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया जाएगा, जिसमें चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने की उपलब्धि का जश्न मनाया जाएगा।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP) के विषय में मुख्य तथ्य :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP) भारतीय मूल के वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने वाला एक प्रमुख पुरस्कार है।
- इस पुरस्कार के लिए भारतीय मूल का कोई भी व्यक्ति (PIO) शामिल हो सकता है, चाहे वे भारत में रहते हों या कार्य करते हों या विदेश में कार्य कर रहे हों।
- यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को सम्मानित करता है जिन्होंने प्रभावशाली अनुसंधान, नवाचार या खोज के माध्यम से विशिष्ट योगदान दिया है, जिससे भारतीय समुदाय या भारतीय समाज को लाभ प्राप्त हुआ है।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार इतिहास और उद्देश्य :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP) पहली बार वर्ष 2024 में प्रदान किया जा रहा है।
- इसका उद्देश्य भारत में वर्तमान में मौजूद विभिन्न विज्ञान पुरस्कारों, जैसे कि शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, को प्रतिस्थापित कर एक अधिक समावेशी और अद्यतन मान्यता प्रणाली प्रदान करना है।
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP) जैसे नए पुरस्कारों के माध्यम से वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियों को अधिक व्यापक रूप से मान्यता देने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की घोषणा और समारोह :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा हर वर्ष 11 मई को की जाएगी, जो कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- इन पुरस्कारों का वितरण राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर आयोजित एक विशेष पुरस्कार समारोह में किया जाएगा।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP) की विभिन्न श्रेणियाँ :
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार (RVP)विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किया जाता है, जिनमें निम्नलिखित श्रेणियाँ शामिल हैं –
- भौतिक विज्ञान
- रासायनिक विज्ञान
- जैविक विज्ञान
- गणितीय विज्ञान
- पृथ्वी एवं वायुमंडलीय विज्ञान
- इंजीनियरिंग विज्ञान
इन पुरस्कारों के माध्यम से वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारतीय समुदाय के योगदान को मान्यता मिलती है और उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियाँ :
विज्ञान रत्न (VR) :
उद्देश्य : विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जीवनभर की उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देना।
पुरस्कार की संख्या : प्रत्येक वर्ष अधिकतम तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
योग्यता : ऐसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीविद् जिनके जीवनकाल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय और दीर्घकालिक उपलब्धियाँ रही हों।
विज्ञान रत्न पुरस्कार 2024 : जी. पद्मनाभन को जैविक विज्ञान में उनकी आजीवन उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया है। विशेष रूप से, मलेरिया परजीवियों पर उनके क्रांतिकारी शोध के लिए उन्हें मान्यता प्राप्त है। वे भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के पूर्व निदेशक भी रह चुके हैं। जी. पद्मनाभन को पहले ही पद्म श्री और पद्म भूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं, जो उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों और योगदान की उत्कृष्टता को बताता है।
विज्ञान श्री (VS) :
उद्देश्य : विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशिष्ट और प्रभावशाली योगदान को मान्यता देना।
पुरस्कार की संख्या : प्रत्येक वर्ष अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
योग्यता : वे व्यक्ति जो अपने-अपने वैज्ञानिक या तकनीकी क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त कर चुके हैं और जिनका योगदान विशेष रूप से महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक रहा हो।
विज्ञान श्री पुरस्कार 2024 की मुख्य विजेता :
- अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम को तारा समूहों और आकाशगंगाओं के निर्माण एवं विकास पर उनके अद्वितीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।
- जयंत भालचंद्र उदगांवकर को जीव विज्ञान में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए मान्यता मिली है।
- नबा कुमार मंडल को कण भौतिकी में उनके शोध और उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया है।
विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (VY-SSB) :
उद्देश्य : इसका मुख्य उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान देने वाले युवा वैज्ञानिकों की प्रतिभा को मान्यता देना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।
पुरस्कारों की संख्या : इसके तहत प्रत्येक वर्ष अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
योग्यता : वे युवा वैज्ञानिक जिनकी आयु 45 वर्ष से कम है और जिन्होंने असाधारण अनुसंधान या नवाचार का प्रदर्शन किया है।
विज्ञान युवा पुरस्कार 2024 की मुख्य विजेता :
- विवेक पोलशेट्टीवार को कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजीज में उनके नवोन्मेषी कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।
- उर्वशी सिन्हा को क्वांटम रिसर्च में उनकी महत्वपूर्ण खोजों और अनुसंधान के लिए मान्यता मिली है।
- रॉक्सी मैथ्यू कोल को जलवायु विज्ञान में उनके विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
विज्ञान टीम (VT) पुरस्कार :
- उद्देश्य : तीन या अधिक वैज्ञानिकों, शोधकर्त्ताओं, या नवप्रवर्तकों की टीम को मान्यता देना, जिन्होंने एक टीम के रूप में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में असाधारण योगदान किया है।
- पुरस्कारों की संख्या : इसके तहत अधिकतम तीन पुरस्कार प्रदान किए जा सकते हैं।
- योग्यता : उन टीमों को पुरस्कार दिया जाएगा जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल की हैं और टीम के रूप में कार्य करते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
- विज्ञान टीम 2024 की विजेता : चंद्रयान-3 टीम को वर्ष 2023 में चंद्रमा पर भारत के पहले अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग के लिए सम्मानित किया गया है। इस सफल मिशन ने भारत को चंद्रमा पर उतरने वाली पहली एशियाई देश बनने का सम्मान दिलाया है और भारतीय अंतरिक्ष अन्वेषण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया है।
पुरस्कार के लाभ :
- प्रत्येक पुरस्कार विजेता को भारत के राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाणपत्र) प्रदान किया जाता है।
- पुरस्कार विजेताओं के प्रशस्ति पत्र और उनके फोटोग्राफ सहित एक ब्रोशर समारोह के दिन जारी किया जाता है।
- यदि पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किया जाता है, तो पुरस्कार का अलंकरण पुरस्कार विजेता के निकटतम रिश्तेदारों को दिया जाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 का महत्व :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मान्यता और प्रोत्साहन का एक महत्वपूर्ण उपादान है। यह पुरस्कार विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करता है और इसके महत्व को निम्नलिखित मानदंडों के आधार पर इसके महत्व को रेखांकित करता है –
विज्ञान के प्रति जागरूकता और मान्यता बढ़ाना :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व को उजागर करता है और समाज में इसके प्रति जागरूकता फैलाता है। यह पुरस्कार उन वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को मान्यता प्रदान करता है जिन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से समाज के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। इससे सामान्य जनमानस में विज्ञान की अहमियत और इसके दैनिक जीवन में अनुप्रयोगों के बारे में समझ बढ़ती है। यह जागरूकता समाज में लोगों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के महत्व को समझने में मदद करती है और इसके प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करती है।
भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों को सम्मानित करना :
- यह पुरस्कार भारतीय वैज्ञानिकों की उत्कृष्टता और उनके योगदान को मान्यता प्रदान करता है। यह उन अनुसंधानों, नवाचारों और प्रौद्योगिकियों को सराहता है जो राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। इससे वैज्ञानिकों को उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया जाता है और उनकी उपलब्धियों को उजागर किया जाता है, जो अन्य वैज्ञानिकों को प्रेरित करता है और वैज्ञानिक समुदाय को मान्यता प्रदान करता है।
भावी पीढ़ियों को प्रेरित करना :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 विशेष रूप से युवा वैज्ञानिकों और छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। जब वे देखते हैं कि वैज्ञानिक अपने कार्यों के लिए सम्मानित हो रहे हैं, तो यह उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने और अनुसंधान करने के लिए प्रेरित करता है। यह पुरस्कार युवा पीढ़ी को नई खोजों और अनुसंधानों की ओर आकर्षित करता है और उन्हें भविष्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है।
नई प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को प्रोत्साहित करना :
- इस पुरस्कार का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह नई प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को मान्यता और प्रोत्साहन प्रदान करता है। पुरस्कार प्राप्त करने वाले वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अनुसंधान और विकास नई प्रौद्योगिकियों के निर्माण में सहायक होते हैं। इससे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निरंतर नवाचार की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलता है और नई प्रौद्योगिकियों के अपनाने को प्रोत्साहित किया जाता है।
वैज्ञानिक मुद्दों पर सार्वजनिक चर्चा को बढ़ावा देना :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 सार्वजनिक चर्चा और वैज्ञानिक मुद्दों पर विचार विमर्श को प्रोत्साहित करता है। पुरस्कार की घोषणा और समारोह मीडिया में चर्चा का विषय बनते हैं, जिससे समाज में वैज्ञानिक मुद्दों के प्रति जागरूकता और समझ बढ़ती है। यह संवाद विज्ञान के महत्व को समाज में फैलाने और वैज्ञानिक मुद्दों पर एक सुसंगत और सूचित सार्वजनिक राय को आकार देने में सहायक होता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान देना :
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किए गए अनुसंधान का सीधा प्रभाव सार्वजनिक स्वास्थ्य और कल्याण पर पड़ता है। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार उन अनुसंधानों को मान्यता प्रदान करता है जो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान में योगदान करते हैं और जीवन की गुणवत्ता को सुधारते हैं। यह समाज को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के लाभ की ओर अग्रसर करता है।
विज्ञान की सार्वजनिक छवि को सुदृढ़ करना :
- यह पुरस्कार विज्ञान की सकारात्मक छवि को स्थापित करता है और दिखाता है कि विज्ञान केवल एक शैक्षिक या पेशेवर क्षेत्र नहीं बल्कि समाज के समग्र विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे विज्ञान की छवि को मजबूत करने और समाज में इसके महत्व को प्रदर्शित करने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष :
- राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मान्यता और प्रोत्साहन का महत्वपूर्ण साधन है। यह न केवल भारतीय वैज्ञानिकों के योगदान को सम्मानित करता है बल्कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निरंतर नवाचार, सार्वजनिक जुड़ाव, और सामाजिक जागरूकता को भी बढ़ावा देता है।
स्रोत – पीआईबी एवं इंडियन एक्सप्रेस।
Download yojna daily current affairs hindi med 9th August 2024
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- भारत सरकार ने वर्ष 2024 में पहली बार राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार विजेताओं की घोषणा की है।
- यह पुरस्कार 23 अगस्त को प्रदान किया जायेगा, जो भारत के लिए पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस भी है।
- विज्ञान युवा पुरस्कार 2024 के तहत उर्वशी सिन्हा को क्वांटम रिसर्च में उनकी महत्वपूर्ण खोजों और अनुसंधान के लिए मिली है।
- विज्ञान श्री पुरस्कार के तहत प्रत्येक वर्ष अधिकतम 25 पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
ऊपर दिए गए कथनों में से कितने सही हैं?
A. केवल एक
B. केवल दो
C. केवल तीन।
D. उपरोक्त चारों।
उत्तर – D
मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. “भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनाने के लिए विज्ञान की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।” इस कथन के आलोक में यह चर्चा कीजिए कि राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 कैसे हमारे देश के वैज्ञानिकों को पुरस्कृत करने का पहला कदम है? ( शब्द सीमा – 250 अंक – 15 )
Qualified Preliminary and Main Examination ( Written ) and Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) three times Of UPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION in the year of 2017, 2018 and 2020. Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) of 64th and 67th BPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION.
M. A M. Phil and Ph. D From (SLL & CS) JAWAHARLAL NEHRU UNIVERSITY, NEW DELHI.
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