10 Mar स्वतंत्र सैनिक सम्मान योजना
- हाल ही में, केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2025-26 के लिए स्वतंत्र सैनिक सम्मान योजना (SSSY) और इसके घटकों को जारी रखने की मंजूरी दी है, जिसके लिए कुल वित्तीय परिव्यय रुपये 3,274.87 करोड़ निर्धारित किया गया है|
पृष्ठभूमि:
- पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में बंद स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार द्वारा वर्ष 1969 में ‘पूर्व अंडमान राजनीतिक कैदी पेंशन योजना’ शुरू की गई थी।
- स्वतंत्रता सेनानियों को पेंशन देने की एक नियमित योजना वर्ष 1972 में स्वतंत्रता की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शुरू की गई थी।
- 1980 से ‘स्वतंत्रता सैनिक सम्मान पेंशन योजना, 1980’ नामक एक उदार योजना लागू की गई है।
- वित्तीय वर्ष 2017-18 से योजना का नाम बदलकर ‘स्वतंत्र सैनिक सम्मान योजना’ कर दिया गया है।
- पेंशन की राशि में समय-समय पर संशोधन किया गया है और वर्ष 2016 से महंगाई राहत भी प्रदान की जा रही है।
योजना के बारे में:
- यह योजना स्वतंत्रता सेनानियों को राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के सम्मान के रूप में मासिक सम्मान पेंशन प्रदान करती है।
- पात्र आश्रितों यानी पति या पत्नी और अविवाहित और बेरोजगार बेटियों और आश्रित माता-पिता को उनकी मृत्यु पर निर्धारित पात्रता मानदंड और प्रक्रिया के अनुसार पेंशन प्रदान की जाती है।
- इसे गृह मंत्रालय (स्वतंत्रता सेनानी प्रभाग) द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।
- इस योजना के तहत देश भर में 23,566 लाभार्थी शामिल हैं।
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