21 Dec श्री रमण काली मंदिर
- हाल ही में ढाका में स्थित श्री रमण काली मंदिर का उद्घाटन राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने किया है। जिसे 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना ने तबाह कर दिया था।
मंदिर के बारे में मुख्य बिंदु
- रमना काली मंदिर ढाका में स्थित एक मंदिर है, जिसे मुगल काल के दौरान बनाया गया था।
- यह मंदिर हिंदू देवी माता काली को समर्पित है।
- इसे रमना कालीबाड़ी के नाम से भी जाना जाता है।
- यह ढाका में सुहरावर्दी गार्डन के पास ढाई एकड़ में फैला हुआ है।
- यह मंदिर हिमालय से बंगाल में माता काली के प्रवास का प्रतिनिधित्व करता है।
- हालांकि इस मंदिर का ऐतिहासिक विवरण बहुत पुराना है, लेकिन इसे रानी विलासमोनी देवी के संरक्षण में बनाया गया था।
- यह ढाका के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है।
मंदिर वास्तुकला
- पिछली कई शताब्दियों से स्थापित होने के बाद इस मंदिर की वास्तुकला में कई बदलाव देखने को मिले हैं।
- इस मंदिर के सामने एक विशाल दिघी (कुंड) है जिसका उपयोग पूजा और स्नान के लिए किया जाता है।
- इस मंदिर में एक विशाल शिखर है।
- मंदिर के बगल में मां आनंदमोई आश्रम है।
- यह मंदिर उत्तर भारत में प्रचलित नागर शैली में बना है।
मंदिर विध्वंस
- इस मंदिर को 27 मार्च 1971 को पाकिस्तानी सेना द्वारा 1971 में किए गए ऑपरेशन सर्चलाइट के दौरान ध्वस्त कर दिया गया था। इस मंदिर के विध्वंस के साथ ही लगभग एक हजार लोगों का नरसंहार भी किया गया था।
मंदिर का पुनर्निर्माण
- इस मंदिर का पुनर्निर्माण भारत सरकार द्वारा किया गया है। इस नवनिर्मित मंदिर में दुर्गा, काली और राधा कृष्ण के मंदिर मौजूद हैं।
- इसका उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 50 वें विजय दिवस के अवसर पर किया है।
ऑपरेशन सर्चलाइट
- ऑपरेशन सर्चलाइट 26 मार्च 1971 से 25 मई 1971 तक पाकिस्तानी सेना द्वारा चलाया गया था। इस ऑपरेशन का उद्देश्य बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) में राष्ट्रवाद और स्वतंत्रता की बढ़ती लहर को रोकना था।
- इस ऑपरेशन से लगभग 30,000 से 3,00,000 बंगाली लोगों का नरसंहार किया गया।
- इस युद्ध के दौरान, भारतीय सेना के हस्तक्षेप के बाद, पाकिस्तान को हथियार डालने के लिए मजबूर होना पड़ा और बांग्लादेश दुनिया के नक्शे पर एक नए राष्ट्र के रूप में पैदा हुआ।
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