01 Oct India Rich List 2021
- मुकेश अंबानी लगातार दसवें साल देश के अमीरों की सूची में पहले नंबर पर बरकरार हैं|
- हुरुन इंडिया के अनुसार भारत ने 1,000 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति वाले 1,000 से अधिक व्यक्तियों के होने का गौरव हासिल किया है|
- हुरुन इंडिया की रिच लिस्ट 2021 से खुलासा हुआ है कि 119 शहरों में 1,007 व्यक्तियों की कुल संपत्ति 1,000 करोड़ रुपये है|
- रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी 7,18,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ लगातार 10वें साल भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बने रहे|
- अमीरों की इस सूची में दूसरे नंबर पर गौतम अडाणी और उनका परिवार हैं, उनकी संपत्ति 5,05,900 करोड़ रुपये है| अडाणी की संपत्ति में हर दिन 1,002 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हो रही है|
गौतम अडाणी दूसरे स्थान पर
- हुरुन इंडिया की रिच लिस्ट 2021 में गौतम अडाणी ने दो पायदान की छलांग लगाई है|
- अब वह चौथे से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं, अडाणी ग्रुप का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 9 लाख करोड़ रुपये है|
- अडाणी पावर को छोड़ कर ग्रुप की सभी लिस्टेड कंपनियां एक लाख करोड़ से अधिक की हैं|
मुकेश अंबानी लगातार दसवें साल शीर्ष पर
- रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी लगातार दसवें साल देश के सबसे अमीर शख्स बने हुए हैं|
- उनकी संपत्ति 7,18,000 करोड़ रुपये की है, IIFL Wealth हुरुन इंडिया के अनुसार मुकेश अंबानी ने पिछले साल हर दिन 164 करोड़ रुपये कमाए|
- मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज हुरुन ग्लोबल की 500 सबसे अहम कंपनियों की लिस्ट में 57वें नंबर पर है|
10 सबसे अमीर भारतीय
रैंकिंग | नाम | संपत्ति (करोड़ रुपये में) |
1 | मुकेश अंबानी एंड फैमली | 7,18,000 |
2 | गौतम अडानी एंड फैमिली | 5,05,900 |
3 | शिव नादर एंड फैमिली | 2,36,600 |
4 | एसपी हिंदुजा एंड फैमिली | 2,20,000 |
5 | एलएन मित्तल एंड फैमिली | 1,74,400 |
6 | साइरस एस पूनावाला एंड फैमली | 1,63,700 |
7 | राधाकिशन दमानी एंड फैमिली | 1,54,300 |
8 | विनोद शांतिलाल अडानी एंड फैमिली | 1,31,600 |
9 | कुमार मंगलम बिड़ला एंड फैमिली | 1,22,200 |
10 | जय चौधरी | 1,21,600 |
पहली बार टॉप 10 में जगह
इसके अलावा चार बिजनेस मैन ने पहली बार टॉप 10 में जगह बनाई- आर्सेलर मित्तल के लक्ष्मी मित्तल, आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला, गौतम अडानी के भाई विनोद शांतिलाल अडानी और Zscaler के संस्थापक जय चौधरी|
No Comments