रिडिस्कवर हम्पी : विजयनगर की आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक समृद्धि।

रिडिस्कवर हम्पी : विजयनगर की आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक समृद्धि।

रिडिस्कवर हम्पी : विजयनगर की आर्थिक, सामाजिक व राजनीतिक समृद्धि।

संदर्भ- हाल ही में बीकानेर हाउस में हुई एक फोटो प्रदर्शनी में मनोज अरोड़ा ने अपना पहला एकल शो रिडिस्कवर हम्पी नाम से हुआ। इसमें उन्होंने हम्पी के खण्डरों के विभिन्न पहलुओं को दिखाया। 

हम्पी- हम्पी, आंध्र प्रदेश की सीमा के पास कर्नाटक के पूर्वी क्षेत्र में तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित है।हम्पी को पम्पा, हम्पे, भास्कर क्षेत्र, किष्किंधा क्षेत्र भी कहा जाता है। यह मध्यकालीन हिंदू साम्राज्य विजयनगर की राजधानी थी। यहां स्थित खंडहर समृद्धशाली सभ्यता के प्रमाण प्रस्तुत करते हैं। विजयनगर के समृद्ध राजाओं ने 14वी से 16वी शताब्दी में  हम्पी में उत्कृष्ट मंदिर व महलों का निर्माण करवाया।1565 में बहमनी साम्राज्य द्वारा विजयनगर की पराजय के बाद यह शहर विरान हो गया।  भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित 418724 हेक्टेयर क्षेत्र में यह नगर यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल के रूप मे 1986 में शामिल किया गया है। वर्तमान में यहाँ व्यापक अवशेषों के साथ जीवंत मंदिर हैं।

हम्पी के मंदिरों की वास्तुकला- विजयनगर साम्राज्य में द्रविड़ वास्तुकला का विकास हुआ, 

  • इसके विशाल आयामों और  क्लोइस्टेड बाड़ों से सजाया गया। 
  • छोटे मंदिरों में केवल एक मंदिर और एक बरामदा होता है।
  • मध्यम आकार के मंदिरों में गर्भगृह, मंडप व एक रंगमंडप होता है। 
  • बड़े मंदिरों में चोल शैली में निर्मित एक लंबा राय गोपुरम होता है।
  • गोपुरम में कई मानव आकृतियाँ बनाई जाती थी।
  • मंडप अलंकृत स्तंभों द्वारा समर्थित हैं।
  • स्तंभों से घिरे प्रवेश द्वारों पर ऊंचे टावरों से यह शैली विशिष्टता को प्राप्त करती है।
  • बड़े मंदिरों में देवी के लिए अलग मंदिर बनाया जाता था। जैसे हजारा, बालकृष्ण और विट्ठल मंदिर।

विरुपाक्ष मंदिर- 

  • हम्पी की सबसे पुरानी इमारतों में से एक विरुपाक्ष मंदिर है, यह मंदिर का निर्माण 1442 में हुआ था। 
  • मंदिर का निर्माण विजयनगर की रानी लोकमहादेवी द्वारा किया गया था। वे विक्रमादित्य द्वितीय की पत्नी थी।
  • भगवान शिव की मूर्ति के साथ इसमें भुवनेश्वरी व पंपा की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं।

विरुपाक्ष मंदिर।

विट्ठल मंदिर

  • विट्ठल मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
  • इसका निर्माण राजा देवराय द्वितीय के शासन काल में हुआ था।
  • इसमें कल्याण मंडप और उत्सव मंडप जैसे तीन प्रवेश द्वार, गोपुरम के साथ छिद्रित बाड़े के भीतर जुड़े हुए भवन हैं।
  • कुओं व जल चैनलों के साथ एक पुष्करणी(टंकी)।
  • यह हम्पी की सबसे अलंकृत व आकर्षित करने वाली संरचना है।
  • रंग मंडप व 56 संगीतमय स्तंभ, जिन्हें थपथपाने से संगीत सुनाई देता है।
  • मंदिर के परिवेश में स्थित पत्थर का रथ विशेष आकर्षण का केंद्र है। यह रथ पत्थरों के पहियों की मदद से स्थानांतरित भी किया जा सकता है।

विट्ठल मंदिर में रथ।

कमल महल परिसर-

  • कमल महल भारतीय इस्लामी शैली के लिए जाना जाता है।
  • इसके मेहराब कमल के फूल की तरह बनी है इसलिए इसे कमल महल कहा जाता है।
  • प्राचीनकाल में यह महल महारानियों के ग्रीष्मकालीन महल के रूप में कार्य करता था।

कमल महल।

कृष्ण मंदिर- 

  • यह मंदिर भगवान कृष्ण के बाल रूप को समर्पित मंदिर था।
  • यह मंदिर, विजयनगर के राजा कृष्णदेवराय ने 1513 में बनवाया था।

स्रोत

https://www.thehindu.com/entertainment/art/delhi-lensman-brings-alive-hampis-majestic-and-unseen-side/article65889166.ece

https://whc.unesco.org/en/list/241/

Yojna IAS Daily current affairs Hindi med 21th September

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