सागर समृद्धि

सागर समृद्धि

संदर्भ-

  • हाल ही में, केंद्रीय पत्तन,पोत परिवहन और जलमार्ग (एमओपीएसडब्ल्यू) मंत्रालय की ‘अपशिष्ट से संपदा’ पहल में तेजी लाने के लिए ‘सागर समृद्धि’ – ऑनलाइन ड्रेजिंग निगरानी प्रणाली- का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिन्दु-

  • इस प्रणाली का विकास पत्तन,पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की तकनीकी शाखा राष्ट्रीय बंदरगाह जलमार्ग एवं तट प्रौद्योगिकी केंद्र (एनटीसीपीडब्ल्यूसी) द्वारा किया गया है।
  • नई प्रौद्योगिकी से ड्राफ्ट एंड लोडिंग मॉनिटर (डीएलएम) प्रणाली की पुरानी प्रणाली के मुकाबले उल्लेखनीय सुधार आएगी ।
  • यह प्रणाली कई इनपुट रिपोर्ट जैसे दैनिक ड्रेजिंग रिपोर्ट, ड्रेजिंग से पहले और बाद के सर्वेक्षण डेटा को प्रसंस्कृत करने और रीयल टाइम ड्रेजिंग रिपोर्ट तैयार करने के बीच समन्वय लाएगी।
  • ‘सागर समृद्धि’ निगरानी प्रणाली दैनिक और मासिक प्रगति विज़ुअलाइज़ेशन,ड्रेजर निष्पादन और डाउनटाइम निगरानी, लोडिंग, अनलोडिंग और निष्क्रिय समय के स्नैपशॉट के साथ इजी लोकेशन ट्रैक डेटा में भी सक्षम बनाएगी।
  • यह प्रणाली पीएम श्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के विजन को भी सुदृढ़ करती है।

महत्व-

  • प्रणाली की निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी को लागू करना अनिवार्य है जिससे कि मानवीय त्रुटि को न्यूनतम बनाया जा सके।
  • अब से प्रमुख बंदरगाह ऑनलाइन ड्रेजिंग निगरानी प्रणाली का उपयोग करने में सक्षम होंगे और परियोजना के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण बदलाव तथा ड्रेज्ड सामग्री के उपयोग के माध्यम से ड्रेजिंग की लागत में कमी ला सकेंगे।
  • इससे पर्यावरण की निर्वहनीयता में सहायता मिलेगी और बंदरगाहों की परिचालनगत लागत में कमी आएगी, जिससे अधिक पारदर्शिता और दक्षता आएगी।

सागर समृद्धि की क्षमताओं में शामिल हैं:-

  • वास्तविक समय ड्रेजिंग प्रगति रिपोर्ट
  • दैनिक और मासिक प्रगति विज़ुअलाइज़ेशन
  • ड्रेजर निष्पादन और डाउनटाइम निगरानी
  • लोडिंग, अनलोडिंग और निष्क्रिय समय के स्नैपशॉट के साथ इजी लोकेशन ट्रैक डेटा

राष्ट्रीय बंदरगाह जलमार्ग एवं तट प्रौद्योगिकी केंद्र (NTCPWC)

  • एनटीसीपीडब्ल्यूसीकी स्थापना पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के सागरमाला कार्यक्रम के तहत आईआईटी मद्रास में कुल 77 करोड़ रुपये के निवेश के साथ की गई थी,
  • जिसका उद्घाटन24 अप्रैल 2023 को किया गया था।
  • इस उद्देश्य देश में एक मजबूत समुद्री उद्योग के निर्माण के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में समाधान निकालने में सक्षम बनाते हुए समुद्री क्षेत्र के लिए अनुसंधान और विकास को सक्षम करना है।
  • इस अत्याधुनिक केंद्र में सभी विषयों में बंदरगाह तटीय और जलमार्ग क्षेत्र के लिए अनुसंधान और परामर्श प्रकृति की 2डी और 3डी जांच आरंभ करने के लिए विश्व स्तरीय क्षमताएं हैं।

yojna daily current affairs hindi med 12th June 2023

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