29 Dec स्वास्थ्य सूचकांक: नीति आयोग
- हाल ही में, विश्व बैंक और केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से नीति आयोग द्वारा स्वास्थ्य सूचकांक जारी किया गया है।
सूचकांक के प्रमुख बिंदु
- इस रिपोर्ट के अनुसार केरल ने बड़े राज्यों में 2 के स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है। वही उत्तर प्रदेश 30.57 के स्कोर के साथ सबसे निचले स्थान पर है।
- यह स्वास्थ्य सूचकांक राज्यों की स्वास्थ्य तैयारियों के प्रदर्शन पर आधारित है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार 47% राज्यों ने पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
- इस सूचकांक में उत्तर प्रदेश अंतिम स्थान पर रहा, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में 57 अधिक अंक प्राप्त कर यह सबसे बेहतर राज्य बन गया। (पिछले साल उत्तर प्रदेश का स्कोर 25 था।)
- केरल लगातार 4 वर्षों से इस सूचकांक में शीर्ष पर है।
श्रेणियाँ: सूचकांक के आधार
ये स्वास्थ्य सूचकांक मुख्य रूप से तीन श्रेणियों पर आधारित हैं:
- स्वास्थ्य परिणाम
- शासन और बुनियादी ढांचा,
- मुख्य इनपुट और प्रक्रिया (महत्वपूर्ण इनपुट और प्रक्रिया)
स्वास्थ्य परिणाम
- इसमें नवजात मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और जन्म के समय लिंग अनुपात शामिल है।
शासन और बुनियादी ढांचा
- संस्थागत प्रसव, कार्यरत कर्मियों की क्षमता और अस्पतालों में बुनियादी ढांचे को इस श्रेणी में शामिल किया गया है।
मुख्य इनपुट और प्रक्रिया
- इस श्रेणी में स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता और उनके द्वारा अनुशंसित कार्यात्मक स्वास्थ्य सुविधाएं, जन्म और मृत्यु पंजीकरण, और तपेदिक के निदान में सफलता दर शामिल हैं।
बड़े राज्यों के संबंध में डेटा
स्वास्थ्य सूचकांक में शीर्ष तीन बड़े राज्य
- पहला स्थान- केरल (स्कोर-2)
- दूसरा स्थान – तमिलनाडु (स्कोर -42)
- तीसरा स्थान- तेलंगाना (स्कोर -96)
स्वास्थ्य सूचकांक में अंतिम तीन बड़े राज्य
- 19वां- उत्तर प्रदेश (स्कोर-57)
- 18वां- बिहार (स्कोर-31)
- 17वां- मध्य प्रदेश (स्कोर -72)
तीन बड़े राज्य जिन्होंने पिछले साल की तुलना में सबसे ज्यादा सुधार किया है
- उत्तरप्रदेश- 57 अंकों का सुधार
- असम- 34 अंकों का सुधार
- तेलंगाना- 22 अंकों का सुधार
पिछले वर्ष की तुलना में नकारात्मक प्रदर्शन करने वाले बड़े राज्य
- कर्नाटक – 37 अंक की गिरावट के साथ 9वां स्थान
- हरियाणा – 55 अंक की गिरावट के साथ 11वां स्थान
- राजस्थान – 25 अंक की गिरावट के साथ 16वां स्थान
- छत्तीसगढ़ – 09 अंक की गिरावट के साथ 10वां स्थान
- हिमाचल प्रदेश – 06 अंक की गिरावट के साथ 7वां स्थान
इंडेक्स में छोटे राज्यों से जुड़े आंकड़े
स्वास्थ्य सूचकांक में शीर्ष तीन छोटे राज्य
- पहला स्थान- मिजोरम (स्कोर-77)
- दूसरा स्थान- त्रिपुरा (स्कोर-16)
- तीसरा स्थान- सिक्किम (स्कोर-53)
स्वास्थ्य सूचकांक में अंतिम तीन छोटे राज्य
- आठवां- नागालैंड (स्कोर-27)
- 7वां- अरुणाचल प्रदेश (स्कोर-91)
- छठा- मणिपुर (स्कोर 67)
तीन छोटे राज्य जिन्होंने पिछले साल की तुलना में सबसे ज्यादा सुधार किया है
- मिजोरम- स्कोर45
- मेघालय – स्कोर 7
- नागालैंड – स्कोर 43
पिछले साल की तुलना में नकारात्मक प्रदर्शन करने वाले छोटे राज्य
- गोवा – 68 अंक की गिरावट
- मणिपुर – 73 अंक गिरे
- अरुणाचल प्रदेश – 54 अंक की गिरावट
- सिक्किम – 72 अंक की गिरावट
केंद्र शासित प्रदेशों के संबंध में डेटा
सूचकांक में शीर्ष तीन केंद्र शासित प्रदेश
- प्रथम स्थान- दादरानगरहवेलीऔरदमनदीव (स्कोर -19)
- दूसरा स्थान- चंडीगढ़ (स्कोर -53)
- तीसरा स्थान- लक्षद्वीप (स्कोर-88)
सूचकांक में अंतिम तीन केंद्र शासित प्रदेश
- 7वां – अंडमान और निकोबार (स्कोर -74)
- छठा- जम्मू और कश्मीर (स्कोर-47)
- 5वां- दिल्ली (स्कोर-85)
तीन केंद्र शासित प्रदेश जिन्होंने पिछले साल की तुलना में सबसे ज्यादा सुधार किया है
- दिल्ली – 68 अंकों का सुधार
- जम्मू और कश्मीर – 55 अंकों का सुधार
- लक्षद्वीप – 72 अंक का सुधार
पिछले वर्ष की तुलना में नकारात्मक प्रदर्शन कर रहे केंद्र शासित प्रदेश
- चंडीगढ़ – 85 अंक की गिरावट
- दादरा नगर हवेली दमन और दीव – 5 3 अंक की गिरावट
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