03 Jun अग्नि-1
सिलेबस: जीएस 3 / रक्षा
सदर्भ-
- हाल ही में, एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप, ओडिशा से सामरिक बल कमान द्वारा एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।
प्रमुख बिन्दु:-
- रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ये मिसाइल बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है।
- प्रशिक्षण के लिए किया गया यह प्रक्षेपण सभी तकनीकी और संचालन मानदंडों पर खरा रहा।
- यह सिद्ध हो चुका है कि ये मिसाइलें बहुत ऊंचाई से लक्ष्य को भेदने में सक्षम हैं। इस मिसाइल के सभी ऑपरेशनल और टेक्निकल फीचर्स सफल रहे।
अग्नि -1 मिसाइल के बारे में:-
- अग्नि- 1 बैलिस्टिक मिसाइल एक मध्यम-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है जिसका रेंज 700 – 900 किमी तक हैं।
- यह एक है एकल चरण, ठोस ईंधन मिसाइल प्रणाली हैं।
- यह परमाणु वारहेड को ले जाने में सक्षम है।
- अग्नि -1 में नवीनतम मार्गदर्शन प्रणाली का उपयोग किया गया हैं।
- यह उच्च स्तर की सटीकता के साथ लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है।
- भारत ने ‘अग्नि’ शृंखला की मिसाइलों के विभिन्न रूपों को विकसित किया है
अग्नि श्रृंखला की मिसाइलों के बारे में:-
- अग्नि प्रक्षेपास्त्र मध्यम से अंतरमहाद्विपीय दुरी तक मार करने में सक्षम प्रक्षेपास्त्रों का समूह है। जो भारत के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम द्वारा स्वदेशी तकनीक से विकसित की गईं हैं।
- अग्नि-1 से 5 मिसाइलें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ( Defense Research and Development Organization- DRDO) द्वारा डिज़ाइन और विकसित की गई हैं।
एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP)
- इसकी कल्पना प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत को मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए की थी।
- कार्यक्रम के तहत विकसित मिसाइलें थीं:
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- कम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल (पृथ्वी)
- मध्यम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल (अग्नि)
- कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (त्रिशूल)
- मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (आकाश)
- तीसरी पीढ़ी की एंटी टैंक मिसाइल (नाग)
अन्य संबंधित घटनाक्रम
- दिसंबर 2022 में, भारत ने परमाणु-सक्षम अग्नि-5 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था, जो 5,000 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है।
- अग्नि 1 से 4 मिसाइलों की रेंज 700 किलोमीटर से 3,500 किलोमीटर तक है और उन्हें पहले ही तैनात किया जा चुका है।
- अग्नि-5 परियोजना का उद्देश्य चीन के खिलाफ भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना है, जिसके पास डोंगफेंग-41 जैसी मिसाइलें हैं जिनकी रेंज 12,000-15,000 किलोमीटर के बीच है।
- अक्टूबर 2022 में: भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित नई पीढ़ी की मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
- मिसाइल की मारक क्षमता 1,000 किलोमीटर से 2,000 किलोमीटर के बीच है।
अन्य अग्नि मिसाइलें:
- अग्नि I: 700-800 किमी. की सीमा।
- अग्नि II: रेंज 2000 किमी. से अधिक।
- अग्नि III: 2,500 किमी. से अधिक की सीमा
- अग्नि IV: इसकी रेंज 3,500 किमी. से अधिक है और यह एक रोड मोबाइल लॉन्चर से फायर की जा सकती है।
- अग्नि V: अग्नि शृंखला की सबसे लंबी, एक अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है जिसकी रेंज 5,000 किमी. से अधिक है।
स्रोत: PIB
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