टेली मानस हेल्पलाइन

 टेली मानस हेल्पलाइन

पाठ्यक्रम: जीएस 2 / स्वास्थ्य

संदर्भ-

  • हाल ही में एक आकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2022 में लॉन्च होने के बाद से राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत टेली-मानस हेल्पलाइन को 200,000 से अधिक कॉल प्राप्त हुए हैं।

 

ेली मानस हेल्पलाइन के बारे में-

  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक पहल के रूप जाना जाता हैं।
  • यह सरकार की राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन है जो एक टोल-फ्री सेवा है।
  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा केंद्रीय बजट 2022-23 में  देश में मानसिक स्वास्थ्य संकट की स्वीकृति के रूप में इसकी घोषणा की गई थी। 
  • 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 42 कार्यरत टेली मेंटल हेल्थ एंड नॉर्मलसी ऑग्मेंटेशन सिस्टम (एमएएनएएस) सेल के साथ, यह सेवा वर्तमान में 20 भाषाओं में प्रति दिन 1,300 से अधिक कॉल को पूरा कर रही है।

विशेषताएं:

  • यह लोगों को कॉल करने वालों की गुमनामी बनाए रखते हुए अपने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के लिए समर्थन प्राप्त करने में सक्षम बनाने के लिए एक नई पहल है, जिससे आम तौर पर मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर सहायता प्राप्त किया जा सकता है।
  • टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14416 या 1-800-891-4416 बहुभाषी प्रावधान के साथ कॉल करने वालों को सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अपनी पसंद की भाषा चुनने की अनुमति देता है।

भारत का राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम-

  • इसका उद्घाटन 10 अक्टूबर 2022 को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर किया गया था।
  • चौबीसों घंटे उपलब्ध टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर (14416) पूरे देश में स्थापित किया गया है, जिससे कॉल करने वाले सेवाओं का लाभ उठाने के लिए अपनी पसंद की भाषा का चयन कर सकते हैं। सेवा 1-800-91-4416 पर भी उपलब्ध है। इस कॉल को संबंधित राज्य और केंद्रशासित प्रदेश स्थित टेली-मानस प्रकोष्ठ में भेजा जाएगा।
  • सभी को मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने के लिए सरकार की सोच के अनुरूप हर एक राज्य/केंद्रशासित प्रदेश में कम से कम एक टेली-मानस प्रकोष्ठ स्थापित किया जाएगा
  • यह क्षमता निर्माण पहलों के माध्यम से राष्ट्र के मानसिक स्वास्थ्य कार्यबल के निर्माण पर केंद्रित है, साथ ही यह सुनिश्चित करता है कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं हर घर और हर व्यक्ति तक मुफ्त में पहुंच सकें तथा समाज के सबसे कमजोर और अनछुए वर्गों को लक्षित करते हुए इस पहल की शुरुवात।

स्रोत: TH

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