नेशनल डेटा एनालिटिक प्लेटफॉर्म 

नेशनल डेटा एनालिटिक प्लेटफॉर्म 

नेशनल डेटा एनालिटिक प्लेटफॉर्म 

संदर्भ- डेटा को ईंधन के रूप में देखना एक क्लिच बन गया है। वर्तमान में डेटा उत्पन्न करने की क्षमता अब तेजी से बढ़ रही है। हर क्षण सर्वर उपभोक्ता नई जानकारी के लिए लॉग इन करता है। भारत सरकार डेटा को समृद्ध व तीव्र बनाने के लिए प्रयास व रणनीति बना रही है। जिसके तहत मई 2022 में राष्ट्रीय व केंद्र सरकार ने नेशनल डेटा एनालिटिक प्लेटफॉर्म लांच किया जो एक ओपन डेटा प्लैटफॉर्म होगा। 

नेशनल डेटा एनालिटिक प्लेटफॉर्म- 

 नेशनल डेटा एंड एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म (NDAP) भारत सरकार के डेटा तक पहुंच को सुगम और बेहतर बनाता है। नेशनल डेटा एनालिटिक मंच के माध्यम से, भारत के व्यापक प्रशासनिक परिदृश्य के डेटा सेट तक पहुँचा जा सकता है। एनडीएपी के लक्षित उपयोगकर्ता समूह में नीति निर्माता, सिविल सेवक, विश्वविद्यालय, पत्रकार, नवप्रवर्तक, नागरिक सामाजिक समूह आदि आते हैं। जैसे भारत सरकार के प्रशासनिक डेटा से या राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) स्वतंत्र सर्वेक्षणों से नीतिगत विचार-विमर्श के लिए जिला स्तरीय डेटा एक महत्वपूर्ण इनपुट के रूप में उभरा है।

अनुप्रयोग-

  • यह विभिन्न डेटा सेट को जोड़ने के लिए अत्याधुनिक तरीकों का प्रयोग करता है और एक समय में एक प्रकार कोे कई डेटा के उपयोग को सक्षम बनाता है।
  • एनडीएपी को उन समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रयोग किया जाता है जिसके कारण सरकारी डेटा का उपयोग सीमित रह जाता है।
  • NDAP उपयोगकर्ताओं को आसानी से डेटासेट खोजने, मर्ज करने, विज़ुअलाइज़ करने और डाउनलोड करने की अनुमति देता है।
  • नेशनल डेटा एंड एनालिटिक्स प्लेटफ़ॉर्म का उद्देश्य डेटा को सुलभ, इंटरऑपरेबल, इंटरैक्टिव और उपयोगकर्ता के अनुकूल प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध कराकर सार्वजनिक सरकारी डेटा तक पहुंच का लोकतंत्रीकरण करना है।
  • यह विभिन्न सरकारी एजेंसियों से मूलभूत डेटासेट होस्ट करता है, उन्हें सुसंगत रूप से प्रस्तुत करता है, और विश्लेषण और विज़ुअलाइज़ेशन के लिए उपकरण प्रदान करता है>
  • डेटा का महत्व
  • डेटा जानकारी का एक संग्रह है जिसे इस तरह से संग्रहित किया जा सकता है कि कम्प्यूटर उसे पढ़ा सके।
  • साधारणतः डेटा, संदेश, सोशल मीडिया पोस्ट, ऑनलाइन लेनेदेन की जानकारी हो सकती है।
  • पीडीपी बिल में जिस व्यक्ति का डेटा स्टोर किया जा रहा है उसे डेटा प्रिंसिपल कहा जाता है।
  • व्यक्ति की ऑनलाइन आदतों की जानकारी प्राप्त कर यह लाभ का स्रोत हो सकता है जिसका उपयोग कंपनियाँ, सरकार व राजनैतिक दल, उसकी आदतों के अनुरूप विज्ञापन देने के लिए कर सकते हैं।
  • इसके साथ ही यह अत्यंत व्यक्तिगत जानकारियों को भी प्रकट कर सकता है जिससे यह आपराधिक गतिविधियों में भी मदद कर सकता है। इसके लिए डेटा सुरक्षा की व्यवस्था आवश्यक हो जाती है।
  • वर्तमान डिजीटलीकरण के दौर में प्रत्येक समस्या का हल डेटा के माध्यम से आपके फोन में मिल जाता है। 
  • समस्या का आंकलन करने के लिए समस्या से जुड़ी प्रत्येक स्थिति से अवगत करा सकता है। 
  • डेटा वर्तमान में व्यवसायों व संगठनोंं को परिवर्तित कर समाज को बदलने में सक्षम है। जो डेटा कल्चर के नाम से प्रसिद्ध है। 
  • डेटा को व्यावसायिक रूप से महत्ता प्राप्त हुई है।

डेटा : एक नए तेल के रूप में – 

वैश्विक बाजार में सबसे अधिक व्यापार वाला वाला संसाधन तेल को माना जाता था विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में इसका स्थान डेटा ने ले लिया है। डेटा को जब सटीक तरह से संंबंधित डेटा से जोड़कर परिष्कृत किया जाता है तब यह डेटा मूल्यवान जानकारी का स्रोत बन जाता है। 

डेटा का प्रयोग कोविड 19 की महामारी के दौरान एक समाधान के रूपमें किया गया। इस समय संगठनों को अपने व्यापार मॉडल को तेज गति से संचालित करने के लिए डिजीटल व्यापार मॉडल का सहारा लेना पड़ा। इस दौर से डेटा की प्रत्येक कार्य में निर्भरता व सरकारी नीतियों के डिजीटलीकरण के कारण डेटा महत्वपूर्ण रूप से उभरा है। 

डेटा उपयोग आंकलन के अनुसार 2016 में प्रति व्यक्ति डेटा का उपयोग 650 mb था और 2020 में यह लगभग 1.5 gb थी। आने वाले 4 वर्षों में यह 200 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि के साथ एक नए रूप में दिखेगी। जिस तरह तेल ने पिछली शताब्दी में दुनियाँ में एक क्रांति ला दी थी उसी तरह आने वाली शताब्दी में डेटा एक नए युग का निर्माण कर रहा है। किंतु डेटा सुरक्षा की जानकारी भी डेटा के प्रयोग के लिए आवश्यक है।

व्यक्तिगत डेटा

 जीडीपीआर के अनुसार व्यक्तिगत डेटा वह जानकारी है जो किसी पहचाने या पहचाने योग्य व्यक्ति से संबंधित है। इसे पीआईआई भी कहा जाता है। इंटरनेट ने पीआईआई को इकट्ठा करना आसान बना दिया है जिससे पुनर्विक्रय के लिए यह एक लाभदायक बाजार साबित हो गया है। व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील होता है। पीआईआई के माध्यम से अपराधियों द्वारा डेटा के चोरी करने, आपराधिक गतिविधियों का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। इसके लिए डेटा के प्रयोग को गोपनीय नीतियों के माध्यम से सुरक्षित किया जा सकता है। 

गैर व्यक्तिगत डेटा – 

गैर व्यक्तिगत डेटा वह है जो व्यक्तिगत रूप से पहचानने योग्य नहीं होता। अर्थात इस प्रकार के डेटा से किसी जीवित या मृत व्यक्ति की पहचान नहीं की जा सकती। सरकारी समिति को गैर व्यक्तिगत डेटा को मुख्यतः तीन प्रकार की श्रेणियों में वर्गीकृत किया है-

  • सार्वजनिक गैर व्यक्तिगत डेटा
  • सामुदायिक गैर व्यक्तिगत डेटा
  • निजी गैर व्यक्ति गत डेटा

डेटा सुरक्षा

डेटा सुरक्षा, जानकारी को क्षति, हानि या भ्रष्टाचार से बचाने का एक माध्यम है। डेटा का वर्तमान समय में अत्यधिक उपयोग हो रहा है जिससे अधिकतर व्यापार संबंधी गतिविधियाँ डेटा पर निर्भर हैं। जिससे एक छोटी अवधि के डाउनटाइम के कारम भी व्यापार को बड़ा नुकसान हो सकता है। डेटा सुरक्षा तीन तत्वों पर निर्भर करती है-

  • पारंपरिक डेटा सुरक्षा- आकस्मिक क्षति डेटा से डेटा की सुरक्षा।
  • डेटा उपलब्धता – क्षति या हानि की स्थिति में डेटा को त्वरित रूप से पुन्रस्थापित करना।
  • अभिगम नियंत्रण व गोपनीयता – वास्तव में डेटा के जरुरतमंद की पहचान करना और उपलब्ध कराना।

स्रोत

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