12 May पोषण भी पढ़ाई भी
पोषण भी पढ़ाई भी
संदर्भ- हाल ही में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने केंद्र के प्रमुख कार्यक्रम ‘पोषण भी, पढाई भी’ का शुभारंभ किया, जो देश भर की आंगनवाड़ियों में प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) पर केंद्रित होगा। ईरानी ने कहा कि मंत्रालय ने ईसीसीई को लागू करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए 600 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण के लिए अनुबंधित किया गया है।
पोषण भी पढ़ाई भी
पोषण भी पढ़ाई भी, योजना महिला व बाल विकास मंत्रालय के तहत आरम्भ की गई है। जो नई शिक्षा नीति के लक्ष्यों को हासिल करने में एक सहायक योजना के रूप में भी कार्य करेगी। जिसमें प्रीस्कूल के बच्चों की शिक्षा व विकास को सुनिश्चित किया जाएगा।
पोषण भी पढाई भी बच्चों के लिए समग्र और गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक प्रोत्साहन और पूर्व-प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देने, विकासात्मक रूप से उपयुक्त शिक्षाशास्त्र के उपयोग को सुनिश्चित करने और प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ प्रारंभिक बचपन स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं के साथ संबंधों पर जोर देने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
लक्ष्य-
- संज्ञानात्मक विकास
- समाज-संवेगात्मक-नैतिक विकास
- सांस्कृतिक/कलात्मक विकास
- संचार के लिए प्रारंभिक भाषा का विकास
- साक्षरता और संख्या ज्ञान
कार्य सूची
- सभी राज्य दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष सहायता सहित 0-3 वर्ष के बच्चों के साथ-साथ 3-6 वर्ष के बच्चों के विकासात्मक लक्ष जैसे खेल-आधारित, गतिविधि-आधारित शिक्षा के लिए राष्ट्रीय ईसीसीई टास्कफोर्स की सिफारिशों का पालन करेंगे।
- प्रत्येक बच्चे को दैनिक आधार पर कम से कम दो घंटे की उच्च गुणवत्ता वाली प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान की जाएगी।
- आंगनवाड़ी केंद्रों को उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे, खेल के उपकरण और अच्छी तरह से प्रशिक्षित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता/शिक्षकों के साथ मजबूत किया जाएगा।
योजना के उद्देश्य-
- इस मिशन का मुख्य उद्देश्य ईसीसीई अर्थात बाल्यावस्था देखभाल व शिक्षा को मजबूत करना है।
- भारत में उच्च गुणवत्ता का प्री स्कूल नेटवर्क बनाना।
- पोषण भी, पढाई भी कार्यक्रम प्राथमिक शिक्षक निर्देश माध्यम के रूप में मातृभाषा, आंगनवाड़ी सेविकाओं को विभिन्न प्रकार की शिक्षण-अधिगम सामग्री (विजुअल एड्स, ऑडियो एड्स, ऑडियो-विजुअल और शारीरिक-काइनेस्टेटिक एड्स) प्रदान करेगा, और एक जन आंदोलन बनाने में मदद करेगा ,
महिला व बाल विकास मंत्रालय की अन्य प्रयास
सक्षम आँगनबाड़ी और पोषण 2.0-
- सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 एक एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम है।
- यह पोषण सामग्री और वितरण में एक रणनीतिक बदलाव के माध्यम से बच्चों, किशोर लड़कियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण की चुनौतियों का समाधान करना चाहता है।
- इसका विजन स्वास्थ्य, कल्याण और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक इको-सिस्टम बनाना है।
- योजना के तहत बच्चों, किशोर लड़कियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं में कुपोषण की चुनौतियों की समस्या के समाधान कराए जाएंगे।
उद्देश्य – इसके उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
- देश के मानव संसाधन के विकास में योगदान करना
- कुपोषण की चुनौतियों का समाधान करना
- मानव स्वास्थ्य और कल्याण की स्थिरता के लिए पोषण जागरूकता और खाने की अच्छी आदतों को बढ़ावा देना
- पोषण संबंधी कमियों को दूर करने के लिए रणनीतियों का निर्माण करना ।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्री प्राइमेरी बच्चों के लिए बाल विकास से संबंधित निम्नलिखित प्रावधान रखे गए हैं-
- सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित जिलों पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण ईसीसीई तक चरणबद्ध तरीके से सभी की पहुंच
- ईसीसीई के पाठ्यक्रम और शिक्षण में विशेष प्रशिक्षित कर्मचारियों / शिक्षकों को भर्ती करना।
- आंगनवाड़ी केंद्रों का सुदृढ़ीकरण व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना।
- प्रीपेटरी कक्षाओं के लिए बुनियादी सुविधाओं व मजबूत नींव युक्त शिक्षा की व्यवस्था करना जैसे- प्रत्येक छात्र का बालवाटिका जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी करना, मिडडे मील का लाभ प्राथमिक व प्री प्राइमेरी के बच्चों को प्राप्त हो यह सुनिश्चित करना।
- स्वास्थ्य की निगरानी व जांच, आंगनबाड़ी के प्राथमिक बच्चों की निगरानी के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
स्रोत
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