प्रधानमंत्री जन धन योजना

प्रधानमंत्री जन धन योजना

इस लेख में “दैनिक करंट अफेयर्स” और विषय विवरण प्रधानमंत्री जन धन योजना शामिल है, यह संघ लोक सेवा आयोग के सिविल सेवा परीक्षा के अर्थव्यवस्था के अनुभाग में “प्रधानमंत्री जन धन योजना” विषय की प्रासंगिकता है। 

 

 प्रीलिम्स के लिए:-

  • प्रधानमंत्री जन धन योजना

 

 मुख्य परीक्षा के लिए:-

  • सामान्य अध्ययन 03- अर्थव्यवस्था
  • प्रधानमंत्री जन धन योजना से जुड़े पहलू।
  • उपलब्धियाँ

सुर्खियों में क्यों?

  • बैंकों द्वारा प्रदान की गई नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त, 2023 तक जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है।
  • इनमें से 56 प्रतिशत खाते महिलाओं के पास हैं और इनमें से 67 प्रतिशत खाते ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में खोले गए थे।

प्रधान मंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के बारे में-

  • प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन है जो वहनीय तरीके से वित्तीय सेवाओं नामतः, बैंकिंग/बचत तथा जमा खाते, विप्रेषण, ऋण, बीमा, पेंशन तक पहुंच सुनिश्चित करता हो।
  • खाता किसी भी बैंक शाखा अथवा व्यवसाय प्रतिनिधि (बैंक मित्र) आउटलेट में खोला जा सकता है। इसे 28 अगस्त 2014 को लॉन्च किया गया था

सुविधाऐं-

  • बैंक रहित लोगों के लिए एक बुनियादी बचत बैंक खाता खोला जाता है।
  • प्रधान मंत्री जन धन योजना खातों में कोई न्यूनतम शेष राशि बनाए रखने की कोई आवश्यकता नहीं है।
  • प्रधान मंत्री जन धन योजना खातों में जमा राशि पर ब्याज अर्जित किया जाता है।
  • प्रधान मंत्री जन धन योजना खाताधारक को रुपे डेबिट कार्ड प्रदान किया जाता है।
  • भारत भर में धन का आसानी से अंतरण।
  • रु. 1 लाख का दुर्घटना बीमा कवर (10,000/- रु. तक बढ़ाया गया) ।8.2018 के बाद खोले गए नए प्रधान मंत्री जन धन योजना खातों में 2 लाख रुपये) पीएमजेडीवाई खाताधारकों को जारी रूपे कार्ड के साथ उपलब्ध है।
  • छ: माह तक इन खातों के संतोषजनक परिचालन के पश्चात ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाएगी।
  • ओवरड्राफ्ट (ओडी) सुविधा के लिए 10,000/- रुपए तक की सुविधा। पात्र खाताधारकों को 10,000 रुपये उपलब्ध हैं।
  • प्रधान मंत्री जन धन योजना खाते प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी बैंक (मुद्रा) योजना के लिए पात्र हैं।

उद्देश्य-

  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक परिवार को बैंकिंग सुविधाओं तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करना है, और प्रत्येक वयस्क व्यक्ति को ऋण, बीमा और पेंशन सुविधाओं तक पहुंच प्रदान करना है।

उपलब्धि-

  • प्रधान मंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) ने बैंकिंग प्रणाली में बैंकिंग सुविधाओं से वंचित लोगों को बैंकों से जोड़ा, भारत की वित्तीय संरचना का विस्तार किया है और लगभग हर वयस्क के लिए वित्तीय समावेशन लाया है।
  • पीएमजेडीवाई खातों में औसत शेष राशि 4,076 रुपये है और 5 करोड़ से अधिक पीएमजेडीवाई खाते डीबीटी लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
  • इसने लगभग 9 साल पूरे कर लिए हैं और पीएमजेडीवाई खातों में जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक है और इन खातों में लगभग 34 करोड़ रुपे कार्ड मुफ्त में जारी किए गए हैं।
  • वयस्क बैंक खातों की संख्या लगभग संतृप्ति तक पहुंच गई है, और यह देश के वित्तीय परिदृश्य को बदलने में सफल रही है।
  • इसने उन पहलों के लिए आधारशिला के रूप में कार्य किया जो लोगों की आर्थिक भलाई पर केंद्रित थीं।

मुद्दे और चुनौतियां-

बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच में कुछ बाधाएं हैं। जैसे-

  • विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जिनमें बड़ी संख्या में निष्क्रिय खाते,
  • बैंकिंग संवाददाताओं को प्रशिक्षण की कमी,
  • ग्राहकों के बीच एटीएम,
  • ई-बैंकिंग और सरकारी योजनाओं के कामकाज के बारे में ज्ञान की कमी,
  • खराब डिजिटल बुनियादी ढांचा,
  • साइबर धोखाधड़ी का जोखिम,
  • डेटा गोपनीयता आदि शामिल हैं।

आगे का रास्ता-

  • खराब कनेक्टिविटी और ऑनलाइन लेनदेन जैसी प्रौद्योगिकी समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए।
  • योजना के तहत, टेलीकॉम ऑपरेटरों और उनके सुस्थापित केंद्रों के माध्यम से कैश आउट पॉइंट के रूप में किए गए मोबाइल लेनदेन का उपयोग वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए भी किया जाना है।
  • इसके अतिरिक्त, मिशन मोड कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इस देश में युवाओं को भर्ती करने का प्रयास किया जा रहा है।
  • प्रत्येक वयस्क को वित्तीय सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने के पोषित लक्ष्य को साकार करने के लिए मात्रा के बजाय गुणवत्ता, क्रेडिट परामर्श और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम, पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ सुरक्षित डिजिटल प्रौद्योगिकी को अपनाने और उपभोक्ता संरक्षण उपायों पर जोर दिया जाना चाहिए।

स्रोत: पीआईबी

 

प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न-

प्रश्न-01 निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:-

  1. प्रधान मंत्री जन धन योजना खाताधारक को रुपे डेबिट कार्ड प्रदान किया जाता है।
  2. प्रधान मंत्री जन धन योजना ने अगस्त, 2023 तक जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है।
  3. प्रधान मंत्री जन धन योजना खातों में जमा राशि पर ब्याज अर्जित किया जाता है।

उपरोक्त कथनों में से कितने सही है/हैं?

(A) केवल एक

(B) केवल दो

(C) उपरोक्त में सभी।

(D) उपरोक्त में कोई नहीं।

उत्तर: C

 

प्रश्न-02 प्रधान मंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:-

  1. दस: माह तक इन खातों के संतोषजनक परिचालन के पश्चात ही ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी जाती हैं ।
  2. इसे 28 अगस्त 2016 को लॉन्च किया गया था।
  3. प्रधान मंत्री जन धन योजना खातों में 1000 शेष राशि बनाए रखने की आवश्यकता है।

उपरोक्त कथनों में से कितने गलत है/हैं?

(A) केवल एक

(B) केवल दो

(C) उपरोक्त में सभी।

(D) उपरोक्त में कोई नहीं।

उत्तर: C

 

मुख्य परीक्षा प्रश्न-

 

प्रश्न-03  बैंकों द्वारा प्रदान की गई नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त, 2023 तक जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है चर्चा कीजिए ।

No Comments

Post A Comment