भारत – ग्रीस द्विपक्षीय संबंध

भारत – ग्रीस द्विपक्षीय संबंध

स्त्रोत – द हिन्दू एवं पीआईबी। 

सामान्य अध्ययन – पेपर -2  अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारत और ग्रीस रणनीतिक साझेदारी, अज्ञात सैनिक का मकबरा, द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर, द्विपक्षीय समूह और समझौता,  भारत और इसके हितों को प्रभावित करने वाले समूह और समझौता।

ख़बरों में क्यों ? 

  • भारत – ग्रीस द्विपक्षीय संबंध के तहत दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के उद्देश्य से ग्रीक प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस 21 फरवरी 2024 को भारत की दो दिवसीय ( 21- 22 फरवरी 2024 ) राजकीय यात्रा पर आएंगे।
  • भारत में ग्रीस के किसी राष्ट्राध्यक्ष की 15 साल के अंतराल के बाद यह पहली भारत यात्रा है।
  • भारत में अपनी राजकीय यात्रा के दौरान ग्रीक प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस राष्ट्रीय राजधानी के रायसीना डायलॉग में मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता होंगे।
  • ग्रीस के प्रधानमंत्री के साथ वरिष्ठ अधिकारी और एक उच्चस्तरीय व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आएगा। एथेंस लौटने से पहले वह मुंबई भी जाएंगे ।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 25 अगस्त 2023 का ग्रीस दौरा पिछले 40 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा ग्रीस की पहली यात्रा थी।
  • इस अवसर पर ग्रीस की राष्ट्रपति कतेरीना सकेलारोपोलू ने भारत के प्रधानमंत्री को द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर” से सम्मानित किया। 
  • भारत के प्रधानमंत्री ने एथेंस मेंगुमनाम सैनिक के मकबरे (Tomb of Unknown Soldier)’ पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की थी।
  • भारत के प्रधानमंत्री के इस दौरे से पहले 2021 में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ग्रीस की यात्रा की थीं। उनके दौरे के बाद, मार्च 2022 में ग्रीस के विदेश मंत्री निकोस डेंडियास ने भारत का दौरा किया था  
  • जून 2023 में 13वें द्विपक्षीय फॉरेन ऑफिस कंसल्टेशंस का आयोजन किया गया था, जिससे भारत – ग्रीक द्विपक्षीय संबंध के तहत दोनों देशों के बीच का संबंध और अधिक मजबूत हुआ ।
  • प्रधानमंत्री मोदी के ग्रीस दौरे ने भारत और ग्रीस के बीच द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी के तहत सांस्कृतिक, आर्थिक, और राजनीतिक संबंधों को और भी मजबूत किया और दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की नई संभावनाओं का नया द्वार खोला। 
  • भारतीय प्रधानमंत्री का यह दौरा भारतीय और ग्रीक के नागरिकों (लोगों) के बीच बेहतर समझदारी और भाईचारे की ऊर्जा को बढ़ावा देने में मदद करने का उदाहरण पेश करता है।
  • भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ग्रीक प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस के बीच द्विपक्षीय वार्ता भारत – ग्रीस के द्विपक्षीय संबंधों के तहत साझा सांस्कृतिक मूल्यों, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता, सुरक्षा और रक्षा, नौवहन, समुद्री क्षेत्रों में सहयोग, द्विपक्षीय व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रवासन, बुनियादी ढांचे, पर्यटन, कनेक्टिविटी, कृषि और क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों जैसे क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना है।

भारत और ग्रीस के बीच रणनीतिक साझेदारी : 

 

भारत और ग्रीस के बीच रणनीतिक साझेदारी के तहत सहयोग के कई प्रमुख क्षेत्र हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं – 

रक्षा एवं सुरक्षा : 

  • भारत और ग्रीस ने समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद का विरोध, साइबर सुरक्षा, और रक्षा उद्योग में सहयोग करने का सहमति जताया है। इसके अलावा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (NSA) के स्तर पर भारत-ग्रीस संवाद में निर्णय लिया गया है।

समुद्री सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय कानून : 

  • भारत और ग्रीस दोनों देशों ने समुद्री यात्रा में संलग्न प्राचीन और दीर्घकालिक समुद्री दृष्टिकोण रखने के साथ समुद्री कानून, विशेषकर समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन (UNCLOS) के प्रावधानों का पालन करने पर सहमति व्यक्त की है।

संस्कृति और पर्यटन : 

  • भारत और ग्रीस दोनों देशों ने कला के सभी रूपों को बढ़ावा देने और प्राचीन स्थलों के संरक्षण के लिए सहयोग करने का प्रयास किया है। इसमें यूनेस्को के भीतर सहयोग भी शामिल है।

व्यापार और निवेश : 

  • भारत और ग्रीस ने वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है और नए अवसरों की तलाश में विभिन्न क्षेत्रों में जैसे कि नवीन ऊर्जा, बुनियादी ढाँचे, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और नवाचार के क्षेत्रों सहयोग करने का समझौता किया है 

गतिशीलता और प्रवासन साझेदारी समझौता (MMPA) : 

  • भारत और ग्रीस दोनों देशों के नेताओं ने गतिशीलता और प्रवासन साझेदारी समझौता (MMPA) के साथ डिजिटल भुगतान, शिपिंग, फार्मास्यूटिकल्स, और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में संवाद बढ़ाने का आदान-प्रदान किया है।
  • इस साझेदारी के माध्यम से, भारत और ग्रीस ने विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी और सहयोग का मार्ग खोला है, जो दोनों देशों के बीच सशक्तिकरण और साझेदारी को बढ़ावा देने में मदद करेगा।

 

महत्वपूर्ण तथ्य  : 

‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ ग्रीस में ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ द रिडीमर’ के बाद दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। यह पुरस्कार 1975 में स्थापित किया गया था और इसमें देवी एथेना का सिर अंकित है, साथ ही शिलालेख पर “केवल धर्मी/न्याय परायण लोगों को सम्मानित किया जाना चाहिए” लिखा हुआ है। यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने ग्रीस के हितों और मूल्यों को बढ़ावा देने हेतु राजनीति, कूटनीति, संस्कृति, विज्ञान, या सामाजिक सेवा के क्षेत्र के महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारत और ग्रीस के ऐतिहासिक संबंधों की शुरुआत : 

  • ग्रीस और भारत के ऐतिहासिक संबंधों की शुरुआत 2500 वर्ष पूर्व हुई थी, जब सिकंदर महान ने भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी भाग तक अपने अभियान को फैलाया। ईसा पूर्व की चौथी शताब्दी में ग्रीक यात्री मेगस्थनीज के द्वारा भारत और ग्रीस के बीच राजनयिक, व्यापारिक, और सांस्कृतिक संबंधों का उल्लेख मिलता है। चाणक्य ने भी अपने अर्थशास्त्र में भारत और ग्रीस के बीच दूतवाचिता की उपलब्धि का वर्णन किया है।
  • वर्तमान में, भारत और ग्रीस के बीच व्यापार बढ़ रहा है, और वर्ष 2022-23 में दोनों देशों के बीच 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार हुआ। भारत ग्रीस को एल्युमीनियम, कार्बनिक रसायन, मछली, और क्रस्टेशियंस (केकड़ा और झींगा) के अलावा भी उत्पाद भेजता है, जबकि ग्रीस भारत को खनिज ईंधन, खनिज तेल और एल्युमीनियम फॉइल आदि भेजता है।
  • भारत ने ग्रीस की सबसे बड़ी वाणिज्यिक प्रदर्शनी, 84वें थेसालोनिकी अंतर्राष्ट्रीय मेला (Thessaloniki International Fair-TIF), 2019 में ‘सम्मानित देश’ के रूप में भाग लिया। इसके अलावा, दोनों देश एक दूसरे के साथ शिक्षा, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, और आर्थिक विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं।

भारत और ग्रीस के बीच सांस्कृतिक संबध :

  • दिमित्रियोस गैलानोस, जो एक एक यूनानी इंडोलॉजिस्ट थे, ने भारत में 47 वर्ष व्यतीत किए और कई हिंदू ग्रंथों का ग्रीक में अनुवाद किया। 
  • भारत के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में सितंबर 2000 में हेलेनिक अध्ययन के लिए एक “दिमित्रियोस गैलानोस” चेयर स्थापित की गई थी। 
  • भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ग्रीक छात्रों को भारत में अध्ययन करने के लिए वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान कर रही है। ग्रीक इंडोलॉजिस्ट प्रोफेसर निकोलस कज़ानास को 2021 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

भारत और ग्रीस के बीच  राजनीतिक संबंध :

  • भारत और ग्रीस के बीच आपसी राजनयिक संबंध मई 1950 में स्थापित हुआ था । ग्रीस ने 1950 में दिल्ली में अपना दूतावास खोला तथा भारत ने 1978 में एथेंस में अपना दूतावास खोला। ग्रीस ने कश्मीर और साइप्रस जैसे मुख्य राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर एक-दूसरे को समर्थन देने के लिए जाना जाता है। ग्रीस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के विस्तार में भारत की स्थायी सदस्यता की मांग को भी समर्थन करता है।

भारत और ग्रीस के बीच  रक्षा संबंध :

  • सन 1998 में भारत और ग्रीस के बीच रक्षा सहयोग में तेजी देखी गई, जिसमें सैन्य प्रशिक्षण, संयुक्त प्रशिक्षण, रक्षा उद्योग सहयोग आदि जैसे क्षेत्रों में सहयोग की परिकल्पना की गई है। भारतीय वायुसेना ने INIOCHOS-23 में भागीदारी की। यह अभ्यास 24 अप्रैल 2023 से 04 मई 2023 तक ग्रीस के एंड्राविडा एयर बेस पर आयोजित किया गया था। जिसमें भारतीय वायु सेना चार Su-30 MKI और दो C-17 विमानों के साथ भारतीय वायु सेना (IAF) हेलेनिक वायु सेना द्वारा आयोजित एक बहु-राष्ट्रीय वायु अभ्यास INIOCHOS-23 में भाग लिया।

 

ग्रीस के बारे में मुख्य तथ्यों में यह है कि यह दक्षिणी यूरोप में स्थित है, जिसकी सीमा अल्बानिया, उत्तरी मैसेडोनिया, बुल्गारिया, और तुर्की से मिलती है। ग्रीस दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता में से एक है और इसे पश्चिमी सभ्यता का उद्गम स्थल माना जाता है। इसकी राजधानी एथेंस है और भाषा ग्रीक है। ग्रीस में सबसे लंबी नदी हैलियाकमोन नदी है और ग्रीस का सबसे ऊँचा पर्वत माउंट ओलम्पस है। यह लोकतंत्र, दर्शन, रंगमंच, और ओलंपिक खेलों का जन्मस्थल है, जिसकी सरकार का स्वरुप संसदीय गणतंत्रात्मक है और जिसकी प्रमुख पर्वत शृंखलाएँ –  पिंडस और टॉरस पर्वत है। इसकी मुद्रा यूरो है।

निष्कर्ष / आगे की राह : 

 

  • भारत और ग्रीस के बीच आपस का द्विपक्षीय संबंध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और दार्शनिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन दोनों देशों के बीच का सांस्कृतिकों का मिश्रण, एक दूसरे के साथ संवाद, और एक – दूसरे के प्रति अन्यायित तथा अमूर्त विद्या का आदान-प्रदान हुआ है।
  • ऐतिहासिक दृष्टि से, भारत और ग्रीस के बीच का संबंध मौर्य वंश के सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य और ग्रीक सम्राट एलेक्सेंडर के समय में शुरू हुए थे। एलेक्सेंडर ने भारतीय साम्राज्यों के साथ युद्ध किया और अपनी सेना के साथ भारत तक पहुँचा। भारत में चंद्रगुप्त मौर्य ने उसे हराया और भारतीय उपमहाद्वीप का महान साम्राज्य बनाया। इस प्रकार, एलेक्सेंडर के समय के बाद भी भारत और ग्रीस के बीच संबंध बने रहे।
  • सांस्कृतिक दृष्टि से, भारत और ग्रीस ने अपनी अनूठी सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखा है। ग्रीक  साहित्य, कला, और दार्शनिक विचारशैली ने भारत में पश्चिमी सांस्कृतिक विकास को प्रभावित किया, जबकि भारतीय साहित्य, शास्त्र, और कला ने अपने विशिष्ट पहचान को बनाए रखा है। यह विविधता और समृद्धि ही भारतीय और ग्रीक संस्कृतियों के बीच के संबंधों को मजबूत बनाती है।
  • दार्शनिक दृष्टि से , भारतीय और ग्रीक दार्शनिकों के बीच एक समान्तर धारा रही है, हालांकि उनके बीच वैचारिक स्तर पर अंतर रहा है। ग्रीक दार्शनिकों ने तार्किक और पुनर्जागरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जबकि भारतीय दार्शनिकों ने आध्यात्मिकता और आत्मज्ञान के प्रति अपनी प्राथमिकता को बनाए रखा है। इस प्रकार, ये दोनों सांस्कृतिक – परंपराएं एक दूसरे से सीखती रही हैं और एक दूसरे की  समृद्धि में योगदान करती रही हैं।
  • सामाजिक और भौतिकवादी दृष्टि से , भारत और ग्रीस के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान हुआ है। यूरोपीय यात्री और व्यापारी भारत आए और इस तरह भारतीय वस्त्र, गहने, और अन्य वस्तुएं यूरोप में पहुँची। इसके बाद ग्रीस का सांविदानिक संबंध भले ही भारत के साथ कम हो गया, लेकिन व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों में  एक निरंतरता बनी रही है।
  • इस तरह, भारत और ग्रीस के बीच के संबंधों में एक समृद्धि विरासत और विविधता का स्रोत रहे हैं। इन संबंधों का अध्ययन और उनके प्रभाव का विस्तार से अन्वेषण, इतिहास और सांस्कृतिक अध्ययन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण है, क्योंकि इनसे हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को समझ सकते हैं और एक-दूसरे से सीख सकते हैं।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

Q.1. भारत – ग्रीक द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।

  1. ग्रीस के किसी राष्ट्राध्यक्ष की 25 साल के अंतराल के बाद यह पहली भारत यात्रा है ।
  2. भारत ने ग्रीक इंडोलॉजिस्ट प्रोफेसर निकोलस कज़ानास को 2021 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  3. ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर ग्रीस का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। 
  4. ग्रीस ने 1950 में दिल्ली में अपना दूतावास खोला तथा भारत ने 1978 में एथेंस में अपना दूतावास खोला था।

उपरोक्त कथन / कथनों में से कौन सा कथन सही है ?

(A) केवल 1 और 3 

(B) केवल 2 और 4 

(C ) केवल 1, 2 और 4 

(D) केवल 1 और 4 

उत्तर – (D) 

मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न : 

Q.1. वर्तमान भू – राजनैतिक संबंधों के संदर्भ में यह चर्चा कीजिए कि ग्रीस एशिया का प्रवेश द्वार  तथा भारत यूरोप का प्रवेश द्वार किस प्रकार है ?

 

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