14 Feb भारत – संयुक्त अरब अमीरात ( UAE ) संबंध
स्त्रोत – द हिन्दू एवं पीआईबी।
सामान्य अध्ययन – भारत की राजनीति और शासन व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, भारत के पड़ोसी देश, व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA),भारत- संयुक्त अरब अमीरात संबंध, खाड़ी सहयोग परिषद (GCC), मुक्त व्यापार समझौते (FTA), विश्व व्यापार संगठन (WTO), अंतरिम व्यापार समझौता।
ख़बरों में क्यों ?
- फरवरी 2024 में भारतीय प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा इस दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है कि वह अबू धाबी में बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण द्वारा निर्मित एक मंदिर का उद्घाटन करने के लिए वहां गए हैं। यह वर्ष 2015 के बाद से भारतीय प्रधानमंत्री की सातवीं यात्रा है, जो द्विपक्षीय संबंधों के बढ़ते महत्त्व को दर्शाती है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फरवरी 2024 को संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने यूएई में रहने वाले भारतीय समुदाय के करीब 65 हजार लोगों से सीधा संवाद किया। भारत के पीएम मोदी ने कहा- “समंदर पार, जिस धरती की मिट्टी में आपका जन्म हुआ, उस मिट्टी की खुशबू मैं आप तक लाया हूं। मैं एक संदेश लेकर आया हूं, आपके 140 करोड़ भारतीय भाइयों – बहनों के लिए एक और संदेश कि भारत को आप पर गर्व है।”
- संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दोनों देशों के राष्ट्रगान के साथ हुई। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओपन-एयर स्टेडियम में जैसे ही प्रवेश किया, प्रवासी भारतीय सदस्यों ने ‘हर हर मोदी, घर-घर मोदी’, ‘वी लव मोदी’’ ‘भारत माता की जय’, और ‘जय श्री राम’ के उद्घोष के साथ उनका स्वागत किया गया।.
- भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पिछले आठ महीनों में तीसरी बार संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर गए हैं। उन्होंने जुलाई 2023 में द्विपक्षीय यात्रा की थी और उसके बाद नवंबर में COP28 के लिए यात्रा की थी, जहां उन्हें औपचारिक उद्घाटन सत्र को संबोधित करने वाले एकमात्र अतिथि होने का दुर्लभ सम्मान दिया गया था।
- शेख मोहम्मद भी भारत के विशेष आमंत्रित सदस्यों में से एक के रूप में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए सितंबर 2023 में दिल्ली आए थे।
- जनवरी 2024 में वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में शेख मोहम्मद मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने के लिए भारत की यात्रा पर आए थे ।
- वर्तमान समय में जब वैश्विक राजनीति में कूटनीतिक संबंधों को व्यापक रूप से आपसी व्यापार के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच गहरा व्यक्तिगत संबंध भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी पुरानी द्विपक्षीय संबंधों को एक नए संबंध – निर्माण के रूप में वैश्विक स्तर पर देखा जा रहा है।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच यह एक ऐसा संबंध है जहां विश्वास और विश्वसनीयता राजनयिक पारस्परिकता और प्रोटोकॉल से अधिक महत्वपूर्ण है, जहां भारत के सबसे गतिशील और परिणामी द्विपक्षीय संबंधों में से एक की नींव रखने के लिए नियमित बातचीत द्वारा रणनीतिक हितों के अभिसरण को बढ़ावा मिलता है।
- प्रधानमंत्री ने अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में ‘मोदी मोदी’ के नारों के बीच ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में शामिल हुए भारतवंशी लोगों का अभिवादन ‘नमस्कार’ कहकर किया. उन्होंने कहा कि वह भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में इस स्नेह से अभिभूत हैं।
- वर्तमान वैश्विक राजनीतिक एवं कूटनीतिक संबंधों के सन्दर्भ में भारत और यूएई प्रगति में साझेदार हैं और भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच का संबंध प्रतिभा, नवाचार और संस्कृति का है।
- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त अरब अमीरात के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से सम्मानित किया जा चुका है।
- भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात की दो दिवसीय यात्रा पर गए हैं। वह 14 फरवरी 2024 को संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में सबसे बड़े हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया ।
भारत के प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात की वर्तमान यात्रा का महत्व :
- भारत के प्रधान मंत्री की यह वर्तमान यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में ‘ भव्य हिंदू मंदिर के उद्घाटन’ के लिए धार्मिक कैलेंडर द्वारा निर्धारित किया गया है।
- भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की इस उपस्थिति को एक अनुस्मारक के रूप में भी देखा जा रहा कि अगस्त 2015 में अपनी पहली यात्रा के दौरान उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के नेतृत्व से एक हिन्दू मंदिर के लिए जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था जो संयुक्त अरब अमीरात के बड़े हिंदू समुदाय की धार्मिक और आध्यात्मिक जरूरतों को पूरा करेगा।
- संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में 14 फरवरी 2024 को भारत के प्रधान मंत्री द्वारा हिन्दू मंदिर के उद्घाटन ने संयुक्त अरब अमीरात में 3.5 मिलियन भारतीय लोगों/ भारतीय नागरिकों के बीच उत्साह पैदा किया है इसमें कोई संदेह नहीं है। अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में अहलान (स्वागत) मोदी नामक मेगा इवेंट भी आयोजित किया गया था ।
- दुबई में 11वें विश्व सरकार शिखर सम्मेलन में सम्मानित अतिथि के रूप में भारत के प्रधानमंत्री का संबोधन भी शामिल है।
- अक्सर इसे दावोस के दुबई संस्करण के रूप में जाना जाता है, यह एक प्रमुख वार्षिक सम्मेलन है जो सरकारी नेताओं, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों, प्रमुख उद्योगपतियों और दुनिया भर के विचारकों को आकर्षित करता है।
- इस वर्ष के शिखर सम्मेलन का मुख्य विषय ‘भविष्य की सरकारों को आकार देने’ पर है और यह भारत को प्रभावशाली वैश्विक दर्शकों के सामने अपने विचार रखने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय संबंध :
- सन 1972 ई. में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी द्विपक्षीय राजनयिक संबंध स्थापित हुआ था।
- सन 2015 के अगस्त महीने में भारत के प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और एक नई रणनीतिक साझेदारी की शुरुआत हुई थी।
- वर्ष 2017 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा के बाद भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाते हुए एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी की निर्माण की दिशा में कार्य की शुरुआत किया गया।
- इसके तहत भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी द्विपक्षीय संबंधों में भारत – UAE व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते ( India – UAE comprehensive Economic partnership agreement ) के लिए वार्ता शुरू करने में गति प्रदान की थी।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंध :
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी द्विपक्षीय संबंधों के तहत भारत और UAE के बीच आपसी आर्थिक साझेदारी बढ़ा है। फलतः वर्ष 2022-23 में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी द्विपक्षीय व्यापार 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया। संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी द्विपक्षीय संबंधों के तहत आने वाले पाँच वर्षों में द्विपक्षीय माल व्यापार को 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक करने और सेवा व्यापार को 15 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
- संयुक्त अरब अमीरात का भारत में निवेश लगभग 11.67 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है, जो इसे भारत में नौवाँ सबसे बड़ा निवेशक बनाता है, क्योंकि एक व्यापार समझौता दो – तरफा निवेश प्रवाह को भी सक्षम बनाता है।
- भारत की कई कंपनियों ने सीमेंट, भवन निर्माण सामग्री, कपड़ा, इंजीनियरिंग उत्पाद, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स आदि के लिए संयुक्त अरब अमीरात में संयुक्त उद्यम के रूप में या विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZs) में अपनी विनिर्माण इकाइयाँ स्थापित की हैं।
- संयुक्त अरब अमीरात में भारत की कई कंपनियों ने पर्यटन, आतिथ्य, खानपान, स्वास्थ्य, खुदरा और शिक्षा क्षेत्रों में भी अपना निवेश किया है।
- मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के भारत की संशोधित रणनीति के तहत, भारत सरकार ने कम से कम छह देशों / क्षेत्रों को प्राथमिकता प्रदान की है, जिसमें अर्ली हार्वेस्ट डील (या अंतरिम व्यापार समझौते) के लिए संयुक्त अरब अमीरात सूची में शीर्ष पर है। UK, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, इज़राइल और खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के देशों का एक समूह कुछ अन्य ऐसे देश / क्षेत्र हैं।
- संयुक्त अरब अमीरात ने भी इससे पूर्व भारत और सात अन्य देशों ( UK, तुर्की, दक्षिण कोरिया, इथियोपिया, इंडोनेशिया, इज़राइल और केन्या ) के साथ द्विपक्षीय आर्थिक समझौतों को आगे बढ़ाने की घोषणा की थी।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय आर्थिक संबंध को पुनर्जीवित और मजबूत करना :
- भारत के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दुबई में बहुप्रतीक्षित भारत मार्ट की शुरुआत करने की भी उम्मीद है, जो दुबई स्थित डीपी वर्ल्ड और भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की एक प्रमुख पहल भी है। जिससे भारतीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को खुदरा, भंडारण और सुविधाएं प्रदान करके उनके निर्यात को बढ़ावा देगा।
- दुबई के जेबेल अली फ्री जोन क्षेत्र में रसद सुविधाएं, डीपी वर्ल्ड मशीनरी, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, ऑटो घटकों, चिकित्सा उपकरण, फर्नीचर, परिधान, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, फार्मास्यूटिकल्स, सौंदर्य प्रसाधनों के भारतीय निर्माताओं को अनुमति देने के लिए और हस्तशिल्प अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने और ईरान, मध्य एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व में खरीदारों और बाजारों तक पहुंचने के लिए 1.3 मिलियन वर्ग फुट के भूखंड पर अगले 24 महीनों में लगभग 800 शोरूम और 18 गोदामों का निर्माण करेगा। ,
- भारत मार्ट परियोजना महत्वाकांक्षी भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के ठीक बाद आती है, जिसने 2023 में अपना पहला वर्ष पूरा किया और पहले ही यूएई के साथ भारत का व्यापार 16% बढ़कर 85 बिलियन डॉलर हो गया है। इसने भारत के तीसरे सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार और दूसरे सबसे बड़े निर्यात स्थान के रूप में संयुक्त अरब अमीरात की स्थिति को मजबूत किया है।
क्षेत्रीय मुद्दे :
- भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और शेख मोहम्मद बिन जायद के बीच बातचीत से गाजा में चल रहे युद्ध, लाल सागर में नौवहन पर हौथियों के हमलों और स्पष्ट और वर्तमान खतरे के संदर्भ में क्षेत्र में बिगड़ती स्थिति की समीक्षा भी किया।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापारिक संबंधों में शिपिंग समय लंबे समय तक का वृद्धि, उच्च माल ढुलाई लागत और तेल की कीमतों में संभावित बढ़ोतरी भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा कर सकती है।
- भारत सरकार के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह संयुक्त अरब अमीरात जैसे प्रमुख क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ – ही – साथ सऊदी अरब जैसे देशों के साथ निकटता से समन्वय स्थापित करे। इसके साथ – ही – साथ मिस्र को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत के हितों की रक्षा की जाए।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को ‘प्रगति में साझेदार’ बताया है। पीएम मोदी ने 13 फरवरी 202 4 में अबू धाबी में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतवंशी लोगों को अभिवादन करते हुए दोनों देशों के बीच के रिश्ते को दुनिया के अन्य देशों के लिए आदर्श बताया है। उन्होंने कहा कि दोनों देश 21वीं सदी के तीसरे दशक में नया इतिहास रच रहे हैं। भारत की कामना है कि हमारी साझेदारी हर दिन मजबूत होती रहे।
निष्कर्ष / समाधान :
- वर्त्तमान समय के वैश्विक राजनीति में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA) और भारत मार्ट के अनूठे संयोजन से भारत के निर्मित सामानों के निर्यात को एक मजबूत प्रोत्साहन प्रदान करने की क्षमता है। भले ही राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार शुरू करने के शुरुआती कदम लेनदेन लागत को कम करने का वादा करते हैं। द्विपक्षीय वार्ता में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूत करेगा।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात दोनों ही ऐसी कई अन्य प्रमुख उपलब्धियाँ हैं जिनका दोनों पक्ष वैध रूप से श्रेय ले सकते हैं।
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली ने अबू धाबी में अपने अंतरिम परिसर में ऊर्जा संक्रमण और स्थिरता में अपना मास्टर कार्यक्रम शुरू किया है।
- यूएई से बढ़ते निवेश ने इसे 2022-23 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का चौथा सबसे बड़ा स्रोत बना दिया है। अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) जल्द ही GIFT सिटी, गुजरात में एक कार्यालय खोलेगी। भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा 2026-39 के दौरान अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी से प्रति वर्ष 1.2 मिलियन मीट्रिक टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस खरीदने के लिए 14 साल के समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच रक्षा सहयोग के कई संवेदनशील क्षेत्रों पर चर्चा और दोनों देशों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास अच्छी प्रगति कर रही है।
- संयुक्त अरब अमीरात अब भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार और सातवां सबसे बड़ा निवेशक है।
- आज भारत अनेक मोर्चों पर वैश्विक विमर्श की अगुवाई कर रहा है। भारत और संयुक्त अरब अमीरात दोनों देश जीवन सुगमता और व्यापार सुगमता पर साझेदारी कर रहे हैं। आज हर भारतीय का उद्देश्य भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है। ऐसी स्थिति में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच का आपसी संबंध भारत के आर्थिक विकास में ‘मील का पत्थर’ साबित होगा।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात की समुदाय और संस्कृति के संदर्भ में आपस की उपलब्धियां दुनिया के अन्य देशों के लिए एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में काम कर रही हैं।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात दोनों देशों के बीच प्राचीन समय से ही सामुदायिक और सांस्कृतिक संबंधों रहा है।
- भारत और संयुक्त अरब अमीरात दोनों ‘वक्त की कलम’ के साथ ‘दुनिया की किताब’ में बेहतर भविष्य की पटकथा लिख रहे हैं।
Download yojna daily current affairs hindi med 14th feb 2024
प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच आपसी संबंधों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए ।
- भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पिछले आठ महीनों में चार बार संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर गए हैं।
- जनवरी 2024 में वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन में शेख मोहम्मद मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने के लिए भारत की यात्रा पर आए थे ।
- अबू धाबी में ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित किया था।
- भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर को संयुक्त अरब अमीरात के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से सम्मानित किया जा चुका है।
उपरोक्त कथन / कथनों में कौन सा कथन सही है ?
(A) केवल 1 औ 3
(B) केवल 2 और 4
(C ) केवल 3
(D) केवल 2
उत्तर – (D)
मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. भारत – संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता के प्रमुख प्रावधानों को रेखांकित करते हुए यह चर्चा कीजिए कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच के आर्थिक, रणनीतिक और सामरिक संबंध किस प्रकार भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में सहयोगी की भूमिका निभा रहा है?
Qualified Preliminary and Main Examination ( Written ) and Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) three times Of UPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION in the year of 2017, 2018 and 2020. Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) of 64th and 67th BPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION.
M. A M. Phil and Ph. D From (SLL & CS) JAWAHARLAL NEHRU UNIVERSITY, NEW DELHI.
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