राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

संदर्भ- हाल ही में 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिगो परियोजना सहित कई परियोजनाओं की नींव रखी इसके साथ ही 1998 के परमाणु परीक्षणों की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर यह सभी कार्यक्रम होने हैं। 

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस

  • भारत में पोखरण परमाणु शक्ति परीक्षण 11 मई 1998 के दिन किया गया था। भारत में परमाणु परीक्षण की वर्षगांठ के रूप में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। 
  • स्माइलिंग बुद्धा- परमाणु आयोग द्वारा प्रथम भूमिगत परीक्षण 18 मई 1974 को किया गया था जिसे स्माइलिंग बुद्धा के नाम से जाना जाता है। इस परीक्षण का उद्देश्य भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में समृद्ध करना था। 
  • परमाणु शक्ति- रक्षा क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा का प्रयोग कर भारत को परमाणु शक्ति प्रदान की गई। यह परीक्षण सर्वप्रथम 11-13 मई 1974 को लगभग 5 परीक्षण सम्पन्न किए गए। 
  • भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी ने इन परीक्षणों के बाद एक नया नारा दिया- जय जवान जय किसान जय विज्ञान।

विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निम्न प्रयास प्रारंभ किए गए हैं-

अटल इनोवेशन मिशन- नीति आयोग ने मानव मस्तिष्क में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देने के लिए अटल इनोवेशन मिशन की शुरुआत की है।  इसके तहत-

  • एआईएम स्कूलों के लिए अटल टिंकरिंग लैब्स (एटीएल), 
  • स्टार्ट-अप और उद्यमियों के लिए अटल इन्क्यूबेशन सेंटर (एआईसी), 
  • जमीनी स्तर पर नवाचार के लिए अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर (एसीआईसी), 
  • बच्चों के लिए अटल न्यू इंडिया चैलेंज (एएनआईसी)

उद्देश्य- इस सहयोग का उद्देश्य छात्रों को संसाधन, सलाह, वित्त पोषण, उद्योग विशेषज्ञता और उद्यमिता और नवाचार में प्रशिक्षण प्रदान करना है। इसके साथ ही भारत में विभिन्न प्रौद्योगिकी संस्थान भी नवाचार में योगदान दे रहै हैं-

वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद की भूमिका

  • यह भारत की विज्ञान व प्रौद्योगिकी के विकास के क्षेत्र में सबसे बड़ा अनुसंधान व विकास संस्थान है। 
  • औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास के माध्यम से स्टार्टअप और एमएसएमई को सहयोग देना।
  • स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में सीएसआईआर के हालिया प्रयासों में सहयोगी आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के लिए चयनित तकनीकों का प्रदर्शन करना, 
  • सीएसआईआर प्रयोगशालाओं में इनक्यूबेट किए गए स्टार्टअप्स को उजागर करना, 
  • सीएसआईआर-उद्योग संबंधों को मजबूत करने के लिए इंटरैक्टिव लेक्चर सत्र आयोजित करना 
  • स्टार्टअप्स से बहुमूल्य फीडबैक प्राप्त करना।

राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी) की भूमिका

  • एनआईओटी पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है, जो समुद्री संसाधनों के सतत उपयोग के लिए प्रौद्योगिकियों के डिजाइन करने, विकसित करने और उसे  प्रदर्शित करने के लिए समर्पित है। 
  • NIOT उद्योगों पर महत्वपूर्ण प्रभाव स्थापित करने हेतु 32 प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।

परमाणु ऊर्जा विभाग की भूमिका

  • डीएई परमाणु ऊर्जा प्रौद्योगिकी के विकास के लिए कृषि, चिकित्सा, उद्योग और बुनियादी अनुसंधान के क्षेत्र में विकिरण प्रौद्योगिकियों का अनुप्रयोग कर रहा है।
  • डीएई में पांच अनुसंधान केंद्र, तीन औद्योगिक संगठन, पांच सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और तीन सेवा संगठन शामिल हैं। 
  • जीवन की गुणवत्ता में सुधार और राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देने के लिए परमाणु ऊर्जा को तैनात करने के लिए प्रतिबद्ध, डीएई कार्बन मुक्त बिजली, स्वास्थ्य देखभाल (विशेष रूप से कैंसर) में योगदान देता है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की भूमिका

  • भारत का राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थान एक राष्ट्रीय संगठन है, जिसका मुख्यालय बंगलुरु में है। 
  • संगठन, अंतरिक्ष ट्यूटर नामक प्रोग्राम के द्वारा अंतरिक्ष शिक्षा को प्रोत्साहित कर रहा है, जिसमें 55 एनजीओ व शैक्षणिक संस्थान शामिल हैं। 
  • संगठन विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपग्रह डेटा उपयोग पर प्रशिक्षण प्रदान करते हुए, भू-स्थानिक डोमेन में क्षमता निर्माण भी कर रहे हैं। 
  • इसके प्रमुख कार्यक्रमों में वर्चुअल स्पेस पार्क, स्पार्क, छात्रों को अंतरिक्ष कार्यक्रमों का अनुभव प्रदान करता है। 
  •  इसरो का एसटीईएम पोर्टल, जिज्ञासा, ऑनलाइन शिक्षा और नवाचार को प्रोत्साहित करता है।
  • नवाचार में इसरो के सहयोग से भारत में स्टार्ट अप उद्योगों की संख्या में वृद्धि हुई है।

विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग- 

  • भारत में विज्ञान व प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग, भारती की एक नोडल एजेंसी है। 
  • डीएसटी विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देता है, जिसमें नेशनल इनिशिएटिव फॉर डेवलपिंग एंड हार्नेसिंग इनोवेशन (एनआईडीएचआई) शामिल है, जो स्टार्टअप्स के लिए एंड-टू-एंड सपोर्ट प्रदान करता है। 
  • विभाग ने इंस्पायर मानक, निधि प्रयास, निधि टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर और निधि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जैसे कई कार्यक्रमों से नवाचारों और उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया है।

प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड- 

  • बोर्ड स्टार्टअप्स, इनोवेटर्स और उद्यमियों को उनके नवाचारों को बाजार के लिए तैयार उत्पादों में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • टीडीबी ने भारत के पहले आरटी-पीसीआर कोविड डायग्नोस्टिक किट के निर्माण का समर्थन किया था। 

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का महत्व-

  • प्रौद्योगिकी दिवस, परमाणु ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष अन्वेषण और जैव प्रौद्योगिकी तक विभिन्न क्षेत्रों में भारत की अपार संभावनाओं से अवगत कराता है। 
  • इस वर्ष के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सप्ताह का केंद्रीय विषय नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को पोषित करने और बढ़ावा देने के लिए देश की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

स्रोत-

Indian Express

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