सड़क दुर्घटना

सड़क दुर्घटना

सड़क दुर्घटना

संदर्भ-  भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) खराब सड़क इंजीनियरिंग कार्यों के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी घातक या गंभीर दुर्घटनाओं के लिए अधिकारियों को उत्तरदायी ठहराएगा। NHAI ने एक परिपत्र में कहा कि प्राधिकरण ने अनंतिम प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया में शामिल NHAI / IE / AE के प्रतिनिधि द्वारा कर्तव्य की उपेक्षा के प्रति गंभीरता से विचार किया है, जिससे नीति दिशानिर्देशों की पूर्ण अवहेलना में उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।

वर्ष 2020 की सड़क दुर्घटना के आँकड़ों की तुलना-

सड़क यातायात व राजमार्ग मंत्रालय 2020 के ट्रांसपोर्ट रिसर्च विंग द्वारा सड़क दुर्घटना से संबंधित रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें 2020 में सड़क दुर्घटना के सभी पहलुओं को दर्शाया गया।

  • 2019 में सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 4.37 लाख लोगों की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जबकि 2020 में यह आँकड़ा 366138 रहा। 2020 में दुर्घटनाओं में 18.46% की कमी आई।
  • 2019 में सड़क दुर्घटना में 1.54 लाख लोगों की जान गई जबकि 2020 में यह आँकड़ा 131714 रहा। अतः 2020 में सड़क दुर्घटना में मारे जाने वाले लोगों के आँकड़े 12.84% की कमी आई।
  • रिपोर्ट के अनुसार 2018 के अपवाद को छोड़कर 2016 के बाद से सड़क दुर्घटनाओं में लगातार कमी आई है, और 2015 के बाद लगातार घायलों की संख्या में गिरावट देखी गई है।
  • सड़क दुर्घटनाओं में जान गवाने वालों में सर्वाधिक कामकाजी वर्ग(18-60) से संबंधित थे। 
  • केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश व कर्नाटक राज्यों में सड़क दुर्घटनाओं में कमी देखी गई है। इसके साथ ही तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश व राजस्थान में सड़क हादसों में मारे जाने वालों की संख्या में भी कमी आई।

भारत में सड़क सुरक्षा की आवश्यकता- 

  • भारत में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में अधिकतर संख्या युवा वर्ग की होती है, इससे न केवल सामाजिक हानि होती है, इसके साथ ही GDP में 3% की हानि भी हो जाती है।
  •  विश्व सड़क विश्लेषण रिपोर्ट के अनुसार सड़क दुर्घटना के कारण होने वाली मृत्यु में भारत का स्थान 199 देशों में शीर्ष पर है। जो भारत के लिए खतरनाक है।

वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति

  • विश्व में सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों में भारत में सर्वाधिक 11 % मौतें होती हैं।
  • सड़क दुर्घटना मृत्यु दर भारत जैसे निम्न आय वाले देशों में उच्च आय वाले देशों की तुलना में अधिक है। 

सड़क सुरक्षा से संबंधित वैश्विक उपाय-

  • संयुक्त राष्ट्र ने 2011 से 2020 को सड़क सुरक्षा हेतु कार्यवाही के रूप में घोषित किया है।
  • द्वितीय वैश्विक उच्च स्तरीय सम्मेलन में सड़क सुरक्षा घोषणापत्र में बारत ने भी हस्ताक्षर किए हैं।
  • सतत विकास लक्ष्यों में सड़क दुर्गटनाओं से होने वाली मौतों को 50% तक कम कम करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि भारत की केंद्र सरकार ने इन मौतों का आँकड़ा कम करने के लिए 2024 तक का लक्ष्य रखा है।  
  • संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रत्येक 2 वर्ष में सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाता है।

सड़क सुरक्षा के मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा क्या कार्यवाही-

1- मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185, शराब पीकर गाड़ी चलाने को प्रतिबंधित करती है और इस कृत्य को दण्डनीय अपराध बनाती है। इसके साथ राजमार्गों पर शराब की बिक्री पर रोक लगा दी गई।

2- सड़क सुरक्षा हेतु 2017 में उच्चतम न्यायालय ने कुछ निर्देश जारी किए-

  • राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की स्थापना 
  • सड़क सुरक्षा कोष की स्थापना
  •  जिला सड़क सुरक्षा समिति का गठन
  • ट्रॉमा केयर सेंटर की स्थापना
  • विद्यालयी शिक्षा के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा की शिक्षा को शामिल करना।

3- मोटर वाहन संशोधन अधिनियम 2019 लागू किया गया जिसके तहत निम्न अपराधों पर सजा का प्रावधान निर्धारित किया गया, तथा जुर्माना बढ़ा दिया गया है।

  • यातायात नियमों का उल्लंघन,
  • किशोर ड्राइविंग,
  • तेज गति व प्रतिस्पर्धापूर्ण ड्राइविंग
  • मानसिक व शारीरिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति द्वारा ड्राइविंग

चुनौतियाँ-

  • मोटर वाहन अधिनियम का विरोध- जुर्माना बढ़ने के कारण इस अधिनियम का निरंतर विरोध किया जा रहा है।
  • लाइसेंस की प्रक्रिया का लचीलापन- ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया में लचीलेपन के कारण वाहन चालन कौशल में कमी के बावजूद लाइसेंस प्राप्त कर लिया जाता है।
  • सड़क दुर्घटना के प्रति लापारवाही- हैलमेट व सीटबेल्ट बांधना अनिवार्य होने के बावजूद वाहन चालकों व सहयात्रियों की लापरवाही से दुर्घटनाओं के आँकड़ों मं बेहतर सुधार नहीं हो पा रहा है।

आगे का रास्ता

  • दुर्घटनाओं के आँकड़ों का उचित संग्रह कर तथा इनके कारणों की जाँच कर इन्हें कम किया जा सकता है.
  • सड़क के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाकर दुर्घटनाओं को कम किया जा सकता है।
  • केंद्र व राज्य में उचित सामंजस्य।

https://indianexpress.com/article/upsc-current-affairs/upsc-key-october-19-2022-why-you-should-read-uniform-civil-code-or-juvenile-or-doctrine-of-pleasure-for-upsc-cse-8219265/

https://www.newsnationtv.com/specials/exclusive/road-safety-the-figures-of-people-killed-in-road-accidents-in-india-are-shocking-297336.html

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