‘साइके मिशन’

‘साइके मिशन’

 

  • नासा ने अगस्त 2022 में ‘साइके मिशन’ शुरू करने की घोषणा की है। यह ‘मुख्य क्षुद्रग्रह बेल्ट’ में ’16 साइके’ नामक एक विशाल धातु क्षुद्रग्रह की खोज के लिए शुरू किया गया पहला मिशन होगा।
  • इस संबंध में नासा द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, यह मिशन अगस्त 2022 में लॉन्च किया जाएगा और वर्ष 2026 तक क्षुद्रग्रह बेल्ट तक पहुंच जाएगा।
  • पृथ्वी से लगभग 370 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर स्थित, ’16 साइके’ हमारे सौर मंडल के क्षुद्रग्रह बेल्ट में सबसे बड़े खगोलीय पिंडों में से एक है।
  • इस रहस्यमय क्षुद्रग्रह की खोज 17 मार्च, 1852 को इतालवी खगोलशास्त्री एनीबेल डी गैस्पारिस ने की थी और इसका नाम प्राचीन ग्रीक आत्मा देवी साइके के नाम पर रखा गया था।
  • चूंकि यह वैज्ञानिकों द्वारा खोजा जाने वाला 16वां क्षुद्रग्रह है, इसलिए इसके नाम में 16 जोड़ा गया है।
  • NASA के हबल स्पेस टेलीस्कॉप (HST) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस रहस्यमयी क्षुद्रग्रह की सतह में पृथ्वी के कोर के समान लोहे और निकल की उपस्थिति हो सकती है।
  • अधिकांश क्षुद्रग्रहों के विपरीत, जो चट्टानों या बर्फ से बने होते हैं, वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि ’16 साइके’ क्षुद्रग्रह एक बहुत बड़ा धात्विक पिंड है जिसे पहले के ग्रह का मूल माना जाता है, जो पूरी तरह से एक ग्रह में बदलने में सफल नहीं था।

yojna ias daily current affairs 30 December 2021

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