सुशासन सूचकांक- 2021

सुशासन सूचकांक- 2021

 

  • हालही में सुशासन दिवस (25 दिसंबर) के अवसर पर सरकार द्वारा सुशासन सूचकांक 2021 जारी किया गया है।
  • यह सूचकांक प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) द्वारा तैयार किया गया है।
  • इस साल की शुरुआत में चांडलर गुड गवर्नमेंट इंडेक्स (सीजीजीआई) में भारत 49वें स्थान पर था।

सुशासन सूचकांक- 2021 के बारे में:

  • जीजीआई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में शासन की स्थिति का आकलन करने के लिए एक व्यापक और कार्यान्वयन योग्य ढांचा है जो राज्यों/जिलों की रैंकिंग निर्धारित करने में मदद करता है।
  • जीजीआई का उद्देश्य एक ऐसा उपकरण तैयार करना है जिसका उपयोग केंद्र शासित प्रदेशों सहित केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न हस्तक्षेपों के प्रभाव का आकलन करने के लिए राज्यों में समान रूप से किया जा सकता है।
  • जीजीआई ढांचे के आधार पर, यह सूचकांक सुधार के लिए प्रतिस्पर्धी भावना विकसित करते हुए राज्यों के बीच तुलनात्मक आधार बनाता है।
  • जीजीआई 2021 के अनुसार, 20 राज्यों ने जीजीआई 2019 इंडेक्स स्कोर की तुलना में अपने समग्र जीजीआई स्कोर में सुधार किया है।
  • जीजीआई की परिकल्पना द्विवार्षिक अभ्यास के रूप में की गई है।

रैंकिंग आधार:

सुशासन सूचकांक – 2021 के ढांचे में 58 संकेतक और 10 क्षेत्रों को शामिल किया गया है:

  • कृषि औ रसंबद्ध क्षेत्र
  • वाणिज्य और उद्योग
  • मानव संसाधन विकास
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य
  • सार्वजनिक अवसंरचना और उपयोगिताएँ
  • आर्थिक शासन
  • समाज कल्याण और विकास
  • न्यायिक और सार्वजनिक सुरक्षा
  • पर्यावरण
  • नागरिक केंद्रित शासन

राज्यों की रैंकिंग: सूचकांक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चार श्रेणियों में वर्गीकृत करता है।

अन्य राज्य- ग्रुप ए:

  • गुजरात सुशासन सूचकांक- 2021 में 10 क्षेत्रों को कवर करते हुए समग्र रैंकिंग में शीर्ष पर है, इसके बाद महाराष्ट्र और गोवा का स्थान है।

अन्य राज्य- ग्रुप बी:

  • सूची में मध्य प्रदेश सबसे ऊपर है, उसके बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ हैं।

उत्तर-पूर्व और पहाड़ी राज्य:

  • सूची में हिमाचल प्रदेश सबसे ऊपर है, इसके बाद मिजोरम और उत्तराखंड हैं।

  केंद्र शासित प्रदेश:

  • जीजीआई 2019 संकेतकों पर 14% की वृद्धि दर्ज करते हुए दिल्ली समग्र रैंक में सबसे ऊपर है।

yojna ias daily current affairs 28 December 2021

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