G20 प्रैसिडैंसी से पहले भारत की नजर IMF के समर्थन पर।

G20 प्रैसिडैंसी से पहले भारत की नजर IMF के समर्थन पर।

G20 प्रैसिडैंसी से पहले भारत की नजर IMF के समर्थन पर।

संदर्भ- हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने IMF के प्रबंध निदेशक क्रिस्टलीना जॉर्जिवा के साथ मुलाकात की। और मुलाकात से ठीक पहले वित्त मंत्री ने कहा- इस वर्ष नवम्बर में होने वाले G20 सम्मेलन में भारत की अध्यक्षता में जल्द ही केंद्रित बिंदुओं की सूची जारी करेगें।

G20 सम्मेलन- 

  • G20 एक रणनीतिक व बहुपक्षीय मंच है जो दुनिया की प्रमुख शक्तियों को जोड़ता है। यह विश्व के आर्थिक विकास व समृद्धि के लिए एक रणनीतिक भूमिका रखता है। 
  • G20 सदस्य विश्व की GDP का 80%, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75% तथा विश्व की आबादी का 60% का प्रतिनिधित्व करते हैं। 
  • 1999 में विश्व के राज्य व सरकारों के प्रमुख की उपस्थिति में वित्त मंत्री व केंद्रीय बैंकों की बैठक के रूप में शुरु किया गया। प्रत्येक वर्ष G20 प्रैसीडैंसी अतिथि देशों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को आमंत्रित करती है।
  • 1999 में संयुक्त रूप से वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के उद्देश्य से G20 का गठन किया गया था।
  •  1997-1999 में तत्कालीन वैश्विक वित्तीय संकट का समाधान खोजने के लिए इसे गठित किया गया था, इसमें मध्यम आय वाले देशों को शामिल किया गया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार इस वर्ष जब भारत ट्रोएका में है, विश्व में वैश्विक ऋण व जलवायु परिवर्तन का संकट है।
  • G7 के सदस्यों की सलाह पर वित्त मंत्रियों व सैंट्रल बैंक के गवर्नरों ने वैश्विक रूप से वित्तीय संकट पर चर्चा करने के लिए प्रत्येक वर्ष सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।  

G20 सदस्य

अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, और यूरोपीय संघ। स्पेन को भी स्थायी अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

G20 सम्मेलन2022- 

  • G20 की अध्यक्षता, सदस्यों में से ही कोई देश करता है, जो प्रतिवर्ष बदलते रहते हैं। अध्यक्ष अपने पूर्ववर्ती अध्यक्ष व उत्तराधिकारी अध्यक्ष देश के साथ मिलकर काम करता है। इन देशों को ट्रोएका कहा जाता है। इस वर्ष ट्रोएका में पूर्ववर्ती देश इटली, वर्तमान में इण्डोनेशिया व अग्रवर्ती देश भारत है। 
  • इस वर्ष यह सम्मेलन बाली में आयोजित होगा, इसलिए इसे बाली सम्मेलन भी कहा जा रहा है।
  • इण्डोनेशिया ने सामूहिक प्राथमिक मुद्दे निर्धारित किए हैं – 
  • विकसित देशों व विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच सामूहिक कार्यवाही व सहयोग।
  • आम समस्याओं जैसे महामारी व शैक्षिक बाधाओं पर नियंत्रण।
  • वैश्विक स्वास्थ्य वास्तुकला, सतत ऊर्जा संक्रमण और डिजिटल परिवर्तन। 

IMF(International Monetary Fund) –

  • यह एक वैश्विक संगठन है, इसकी स्थापना 44 देशोंं ने आर्थिक सहयोग के लिए की गई थी।वर्तमान में IMF के 190 सदस्य देश हैं।
  • इसके संगठनात्मक ढांचे में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स होते हैं, 24 कार्यकारी अधिकारियों के प्रमुख व IMF के प्रबंध निदेशक वर्तमान में  क्रिस्टलीना जॉर्जिवा हैं।
  • IMF का संचालन सदस्य देशों के सदस्यता शुल्क से किया जाता है। 
  • सदस्य देशों को देश की स्थिति के अनुसार एक कोटा सौंपा गया है। वित्तीय संकट या अन्य कठिनाई के समय देश यहां से ऋण ले सकता है।
  • IMF के पास क्षमता निर्माण केंद्रों का एक नैटवर्क है जो देशों को इसके क्षमता निर्माण करने में मदद करता है। एशिया और प्रशांत क्षेत्र में 5 क्षमता विकास केंद्र हैं-
  • सिंगापुर में एसटीआई
  • थाईलैण्ड में सीडीओटी
  • फिजी में पीएफटीएसी
  • चीन में सीआईसीडीसी 
  • भारत में सार्टैक

वर्तमान में सार्टैक के निदेशक सुखविंदर सिंह हैं।

IMF के प्रबंध निदेशक क्रिस्टलीना जॉर्जिवा के साथ भारत के वित्त मंत्री की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई-

  • वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए प्रमुख नकारात्मक जोखिम
  • भूराजनीतिक स्थितियाँ
  • खाद्य व ऊर्जा की कीमतों पर वृद्धि
  • उच्च वैश्विक मुद्रा स्फीति के प्रभाव
  • ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता।

स्रोत-

https://www.thehindu.com/

https://www.imf.org/en/Countries/ResRep/OAP-Home

Yojna IAS Daily current affairs Hindi med 9th September

 

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