17 Aug संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति का 10वाँ संस्करण 2024
( यह लेख यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र – 2 के अंतर्गत ‘ शासन एवं राजव्यवस्था , अंतर्राष्ट्रीय संबंध , प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संस्थान एवं संगठन , प्रमुख संयुक्त सैन्य अभ्यास ’ खंड से और यूपीएससी के प्रारंभिक परीक्षा के अंतर्गत ‘ संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति 2024 , स्लिनेक्स , आतंकवाद रोधी अभियान , संयुक्त राष्ट्र अधिदेश ’ खंड से संबंधित है। इसमें योजना आईएएस टीम के सुझाव भी शामिल हैं। यह लेख ‘ दैनिक कर्रेंट अफेयर्स ’ के अंतर्गत ‘ संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति का 10वाँ संस्करण 2024 ’ से संबंधित है।)
खबरों में क्यों ?
- हाल ही में 12 अगस्त 2024 को भारतीय सेना और श्रीलंकाई सेना के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति का 10वां संस्करण श्रीलंकाई सेना के प्रशिक्षण स्कूल, मदुरु ओया में आरंभ हुआ।
- यह संयुक्त सैन्य अभ्यास 12 से 25 अगस्त 2024 तक आयोजित किया जा रहा है।
- यह मित्र शक्ति सैन्य अभ्यास का 10वां संस्करण है।
- इसका पिछला संस्करण नवंबर 2023 में भारत के पुणे शहर में आयोजित किया गया था।
- इसमें भारत की ओर से राजपूताना राइफल्स के 106 जवान भाग ले रहे हैं, जबकि श्रीलंकाई सेना की ओर से गजाबा रेजिमेंट के जवान भाग ले रहे हैं।
भारत-श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति :
- भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से “मित्र शक्ति” एक महत्वपूर्ण सैन्य अभ्यास है।
- इस अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी और यह प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, जिसमें भारत और श्रीलंका बारी-बारी से मेज़बान होते हैं।
- संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति का आयोजन अर्द्ध-शहरी वातावरण में विद्रोहों की रोकथाम और आतंकवाद रोधी अभियानों पर आधारित होता है, जिससे दोनों देशों की सेनाओं की सामरिक क्षमता में वृद्धि होती है और रक्षा सहयोग को मजबूत किया जाता है।
अभ्यास मित्र शक्ति का मुख्य उद्देश्य और गतिविधियाँ :
- सैन्य संबंधों को मजबूत करना : इस अभ्यास का प्रमुख उद्देश्य श्रीलंकाई सशस्त्र बलों के साथ भारत के सैन्य संबंधों को मजबूत करना है। यह दोनों देशों के बीच एक मजबूत और समन्वित सैन्य साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- विद्रोहों की रोकथाम और आतंकवाद रोधी अभियान : मित्र शक्ति अर्द्ध-शहरी इलाकों में विद्रोहों की रोकथाम और आतंकवाद रोधी अभियानों पर आधारित है। इसका उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में आतंकवादी विरोधी अभियान चलाने की क्षमताओं में वृद्धि करना है।
- सामरिक गतिविधियाँ : इस संयुक्त अभ्यास के दौरान आतंकवादी कार्रवाई का मुकाबला, संयुक्त कमान पोस्ट की स्थापना, खुफिया एवं निगरानी केंद्र की स्थापना, हेलीपैड/लैंडिंग साइट की सुरक्षा, छोटे दलों का प्रवेश व निकासी, विशेष हेलीबोर्न ऑपरेशन, घेरा और तलाशी अभियान, और ड्रोन तथा काउंटर ड्रोन सिस्टम का उपयोग जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं।
- सैन्य क्षमता को बढ़ाना : इस अभ्यास के माध्यम से विशेषकर शहरी और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में दोनों देशों की सेनाओं की संयुक्त सैन्य क्षमताओं को बढ़ाया जाता है। यह दोनों सेनाओं को संयुक्त अभियान चलाने के लिए सक्षम बनाता है।
- संयुक्त राष्ट्र अधिदेश के तहत अभियान : यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र अधिदेश के अध्याय VII के तहत उप-पारंपरिक परिदृश्य में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाने पर केंद्रित है। इस अभ्यास का मुख्य ध्यान अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में आतंकवादी गतिविधियों का मुकाबला करने की क्षमताओं को बढ़ाने पर होता है।
- सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को साझा करना : मित्र शक्ति दोनों पक्षों को संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों को साझा करने में सक्षम बनाता है।
- अंतर-संचालन गतिविधियों के माध्यम से आपसी सौहार्द और शांति विकसित करना : यह अभ्यास दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन गतिविधियों, सौहार्द, आपस में शांति और सहयोग विकसित करने में मदद करता है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में और बढ़ावा मिलता है।
- “मित्र शक्ति” एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है जो भारत और श्रीलंका की सेनाओं के बीच सामरिक सहयोग और मित्रता को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अर्द्ध-शहरी इलाकों में आतंकवाद रोधी अभियानों पर केंद्रित यह अभ्यास दोनों सेनाओं की सैन्य क्षमताओं को सुदृढ़ करता है और उन्हें संयुक्त अभियानों के लिए तैयार करता है। इसके माध्यम से दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध और साझेदारी को भी सशक्त किया जाता है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता में योगदान करता है।
भारत के लिए श्रीलंका का महत्व :
- श्रीलंका, हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है, जो दक्षिण एशिया में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में और अरब सागर के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह मन्नर की खाड़ी और पाल्क स्ट्रेट द्वारा भारतीय उपमहाद्वीप से अलग हुआ है और भारत तथा मालदीव के साथ एक समुद्री सीमा साझा करता है। भारत के लिए श्रीलंका का महत्व कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में फैला हुआ है। जो निम्नलिखित है –
भौगोलिक महत्व :
- श्रीलंका की भौगोलिक स्थिति हिंद महासागर में महत्वपूर्ण है। इसकी स्थिति दक्षिण एशिया के प्रमुख समुद्री मार्गों पर है, जो भारत के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। श्रीलंका की समुद्री सीमा और पाल्क स्ट्रेट के पास स्थित होने के कारण यह भारत के लिए व्यापारिक, रक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
आर्थिक संबंध :
- भारत और श्रीलंका के बीच आर्थिक संबंध मजबूत हैं। भारत अमेरिका और ब्रिटेन के बाद श्रीलंका का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। 60% से अधिक श्रीलंकाई निर्यात भारत-श्रीलंका मुक्त व्यापार समझौते (FTA) से लाभान्वित होते हैं। इस समझौते के माध्यम से दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक सहयोग बढ़ता है, जो दोनों की आर्थिक वृद्धि में सहायक है। भारतीय ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, और पर्यटन से संबंधित कंपनियों ने श्रीलंका में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश किया है।
क्षेत्रीय सहयोग :
- भारत और श्रीलंका बिम्सटेक (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) और सार्क (South Asian Association for Regional Cooperation) जैसे क्षेत्रीय संगठनों के सदस्य हैं। इन संगठनों के माध्यम से दोनों देशों के बीच सामरिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा मिलता है। बिम्सटेक और सार्क के प्लेटफार्म पर भारत और श्रीलंका ने विभिन्न मुद्दों पर एक – दूसरे को सहयोग किया है, जिसमें आपसी सुरक्षा, क्षेत्रीय विकास और मानवाधिकार शामिल हैं।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग :
- भारतीय सेना और श्रीलंकाई सेना के बीच विभिन्न संयुक्त अभ्यास आयोजित किए जाते हैं, जो दोनों सेनाओं के बीच पेशेवर सहयोग के अतिरिक्त रक्षा और सुरक्षा सहयोग को भी बढ़ावा देते हैं। ये संयुक्त अभ्यास आतंकवाद विरोधी अभियानों, मानवीय सहायता और आपदा राहत, संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना, उच्च ऊँचाई वाले अभियानों, रेगिस्तान युद्ध, शहरी युद्ध, और जंगल युद्ध जैसे क्षेत्रों में होते हैं। युद्ध के नवीनतम अभ्यासों, ड्रोन युद्ध, और ग्रे ज़ोन युद्ध जैसी यथार्थवादी स्थितियों को शामिल करके इन अभ्यासों की जटिलता को बढ़ाया गया है।
प्रमुख संयुक्त अभ्यास :
- मित्र शक्ति: यह भारत और श्रीलंका के बीच एक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है, जो आतंकवाद विरोधी अभियानों और मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) पर केंद्रित है।
- स्लिनेक्स: यह भारतीय और श्रीलंकाई नौसेनाओं के बीच एक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास है, जो समुद्री सुरक्षा और सहयोग को बढ़ावा देता है।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध :
- भारत और श्रीलंका के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध बहुत पुराने हैं। बौद्ध धर्म का प्रसार भारत से श्रीलंका में हुआ, और आज भी दोनों देशों के बीच धार्मिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जारी है। तमिल समुदाय, जो श्रीलंका की आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, भारत के तमिलनाडु राज्य के साथ गहरे सांस्कृतिक संबंध रखता है। यह सांस्कृतिक जुड़ाव दोनों देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग को मजबूत बनाता है।
समुद्री सुरक्षा :
- श्रीलंका के समुद्री मार्ग हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री सुरक्षा सहयोग से दोनों देशों को समुद्री डकैती, आतंकवाद, और तस्करी जैसी समस्याओं का मुकाबला करने में मदद मिलती है। यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है, जो भारत की सुरक्षा रणनीति का हिस्सा है।
निष्कर्ष :
- भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों का महत्व केवल भौगोलिक निकटता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आर्थिक, रक्षा, सांस्कृतिक, और समुद्री सुरक्षा दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण, गहरे और व्यापक हैं।
- वर्तमान समय में दोनों देशों के बीच सहयोग और साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- भारत और श्रीलंका दोनों ही देशों के बीच आपसी सहयोग और साझेदारी भविष्य में भी क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बनी रहेगी।
स्त्रोत – पीआईबी एवं द हिन्दू।
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प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- इस अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी।
- वर्ष 2024 में भारत से असम राइफल्स के 106 जवान इस अभ्यास में भाग ले रहे हैं।
- स्लिनेक्स भारतीय और श्रीलंकाई नौसेनाओं के बीच एक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास है।
- यह प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है, जिसमें भारत और श्रीलंका बारी-बारी से मेज़बान होते हैं।
उपर्युक्त कथन / कथनों में से कौन सा कथन सही है ?
A. केवल एक
B. केवल दो
C. केवल तीन
D. उपरोक्त चारों।
उत्तर – C
मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
Q.1. चर्चा कीजिए कि भारत के वैश्विक शक्ति बनने का मार्ग कैसे उसके पड़ोसी देशों के साथ रणनीतिक संबंधों से होकर गुजरता है और हालिया संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति इस रणनीतिक संबंध का एक उदाहरण कैसे है? ( शब्द सीमा – 250 अंक – 15 )
Qualified Preliminary and Main Examination ( Written ) and Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) three times Of UPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION in the year of 2017, 2018 and 2020. Shortlisted for Personality Test (INTERVIEW) of 64th and 67th BPSC CIVIL SERVICES EXAMINATION.
M. A M. Phil and Ph. D From (SLL & CS) JAWAHARLAL NEHRU UNIVERSITY, NEW DELHI.
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