February 2022

  हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (EOS-04) और दो अन्य छोटे उपग्रहों (INSPIREsat-1 और INS-2TD) को PSLV-C52 रॉकेट द्वारा वांछित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया। यह ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) की 54वीं उड़ान थी और छह स्ट्रैप-ऑन...

  हाल ही में केंद्र द्वारा सूचित किया गया है कि 190 करोड़ से अधिक की लागत वाली देविका परियोजना को जून 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। देविका नदी परियोजना: राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना (एनआरसीपी) के तहत मार्च 2019 में इस परियोजना पर काम शुरू...

  हाल ही में ब्रिटेन में लस्सा बुखार से पीड़ित तीन लोगों की मौत हो गई। इन मामलों को पश्चिम अफ्रीकी देशों की यात्रा से जोड़ा गया है। लस्सा बुखार: लासा बुखार का कारण बनने वाला वायरस पश्चिम अफ्रीका में पाया जाता है और पहली बार...

  जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा मेदाराम जात्रा उत्सव 2022 और जनजातीय संस्कृति महोत्सव के लिए 26 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। तेलंगाना के दूसरे सबसे बड़े आदिवासी समुदाय कोया जनजाति द्वारा मनाए जाने वाले चार दिवसीय कुंभ मेले के बाद मेदाराम...

कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने 13 फरवरी, 2022 को अपना 36वां स्थापना दिवस मनाया। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण की स्थापना भारत सरकार द्वारा कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण अधिनियम, 1985 के तहत...

  हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ने आधिकारिक तौर पर कोआला को 'लुप्तप्राय' प्रजाति घोषित किया है। लुप्तप्राय घोषित होने का कारण: ऑस्ट्रेलिया की कोआला आबादी दो दशकों से अधिक समय से विलुप्त होने के कगार पर है। NSW (न्यू साउथ वेल्स) में कोआला की आबादी 2001...

  हाल ही में अमेरिका का कहना है कि वह सोलोमन द्वीप में एक दूतावास खोलेगा, जो चीन के "मजबूत प्रभाव" से पहले दक्षिण प्रशांत राष्ट्र में अमेरिकी प्रभाव को बढ़ाने की जोरदार योजना बनाएगा। निर्णय के कारण: सोलोमन द्वीप द्वितीय विश्व युद्ध (1939-45) के समय...

  हाल ही में शिक्षा मंत्रालय ने शैक्षिक प्रशासन में नवाचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं के लिए 5वां राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया। राष्ट्रीय शैक्षिक योजना और प्रशासन संस्थान (एनआईईपीए) ने जिला और ब्लॉक स्तर के शिक्षा अधिकारियों के लिए 'शैक्षणिक प्रशासन में नवाचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं...

भारत में 19वीं शताब्दी का काल सामाजिक-धार्मिक पुनर्जागरण का समय माना जाता है। इस काल में कई महान समाज सुधारक हुए जिन्होंने तत्कालीन समाज को एक नई दिशा दी और जिनकी प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। इनमें स्वामी दयानंद सरस्वती का नाम बहुत...

एक प्रसिद्ध कवयित्री, महान स्वतंत्रता सेनानी और नारीवादी आंदोलन की मजबूत नेता के रूप में सरोजिनी नायडू का नाम भारतीय इतिहास में हमेशा स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। सरोजिनी नायडू देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अग्रणी नेताओं में से एक थीं और उन्होंने अपने...