29 Sep 2021 असम की जुडिमा वाइन राइस को जीआई टैग
- हाल ही में असम कीजुडिमा (Judima) वाइन राइस, भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग हासिल करने वाली पूर्वोत्तर में पहली पारंपरिक शराब बन गई है।
- जुडिमा, असम की डिमासा जनजातिद्वारा घरेलू/स्थानीय चावल से निर्मित शराब है।
- यह जीआई टैग प्राप्त करने वालाकार्बी आंगलोंग और डिमा हासाओ के पहाड़ी ज़िलों का दूसरा उत्पाद है।
- इससे पहलेमणिपुर की प्रसिद्ध हाथी मिर्च और तामेंगलोंग संतरा को भौगोलिक संकेतक (जीआई) टैग मिला है।
भौगोलिक संकेतक (GI)
- जीआई एक संकेतक है जिसका उपयोगएक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली विशिष्ट विशेषताओं वाली वस्तुओं की पहचान करने के लिये किया जाता है।
- यहविश्व व्यापार संगठन के बौद्धिक संपदा अधिकारों (ट्रिप्स) के व्यापार-संबंधित पहलुओं का भी हिस्सा है।
- भारत में, भौगोलिक संकेतक के पंजीकरण कोवस्तुओं के भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 [Geographical Indications of Goods (Registration and Protection) Act,1999] द्वारा विनियमित किया जाता है। यह भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री (चेन्नई) द्वारा जारी की जाती है।
- एकभौगोलिक संकेतक का पंजीकरण 10 वर्ष की अवधि के लिये वैध होता है।
- भारत मेंजीआई सुरक्षा से अन्य देशों में उत्पाद की पहचान होती है जिससे निर्यात को बढ़ावा मिलता है।
प्रमुख बिंदु
जुडिमा (Judima) के बारे में:
- जुडिमा, चिपचिपा चावल या स्टिकी राइस(बोरा नामक चिपचिपा चावल) से निर्मित शराब है, जिसमें उबले हुए और पारंपरिक जड़ी बूटियों को मिश्रित किया जाता है जिसे थेम्ब्रा Thembra (Acacia pennata) कहा जाता है।
- यहशराब राज्य (असम) की डिमासा जनजाति की विशेषता है और इसका एक विशिष्ट मीठा स्वाद है जिसे तैयार करने में लगभग एक सप्ताह का समय लगता है तथा इसे वर्षों तक संग्रहीत किया जा सकता है।
- राज्य में लगभग 14 मान्यता प्राप्त मैदानी जनजाति समुदाय, 15 पहाड़ी जनजाति समुदाय और 16 मान्यता प्राप्त अनुसूचित जाति समुदाय हैं।
- बोडो सबसे बड़ा समूहहै, जिसमें राज्य की जनजातीय आबादी का लगभग आधा हिस्सा शामिल है। अन्य प्रमुख एसटी समूहों में मिसिंग, कार्बी, राभा, कचारी, लालुंग और डिमासा शामिल हैं।
असम के अन्य हालिया जीआई टैग प्राप्त उत्पाद:
- काजी नेमू (एक प्रकार का नींबू) (2020)
- असम का चोकुवा चावल (2019)
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