कालापानी विवाद

कालापानी विवाद

 

  • नेपाल के पूर्व विदेश मंत्री द्वारा दिए गए गए एक व्यक्तव्य के अनुसार, सभी नेपाली राजनीतिक दलों की इस तथ्य पर आम सहमति है कि उत्तराखंड में ‘कालापानी’ नेपाल के संप्रभु क्षेत्र का हिस्सा है। हालांकि, भारत ने इस दावे को खारिज कर दिया है।

कालापानी’ की अवस्थिति:

  • ‘कालापानी’ (Kalapani), उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के पूर्वी छोर पर स्थित है।
  • यह, उत्तर में चीन के अधीन तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के साथ तथा पूर्व और दक्षिण में नेपाल के साथ सीमा बनाता है।
  • यह लिंपियाधुरा और लिपुलेख के बीच में स्थित है।
  • ‘कालापानी क्षेत्र’ नेपाल और भारत के बीच सबसे बड़ा क्षेत्रीय विवाद है। इस क्षेत्र के अंतर्गत उच्च हिमालय में कम से कम 37,000 हेक्टेयर भूमि शामिल है।

कालापानी क्षेत्र’ पर नियंत्रण:

  • यह क्षेत्र भारत के नियंत्रण में है लेकिन नेपाल ऐतिहासिक और मानचित्रक (कार्टोग्राफिक) कारणों से इस क्षेत्र पर अपना दावा करता है।

विवाद की वजह:

  • ‘कालापानी क्षेत्र’ का नाम इससे होकर बहने वाली ‘काली नदी’ के नाम पर पड़ा है। इस क्षेत्र पर नेपाल का दावा इसी नदी पर आधारित है।
  • 1814-16 में हुए गोरखा युद्ध/एंग्लो-नेपाल युद्ध के पश्चात् काठमांडू के गोरखा शासकों और ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच हस्ताक्षरित सुगौली की संधि’ में ‘काली नदी’ को नेपाल की सीमा के रूप में निर्धारित किया गया था। सन् 1816 में संधि की पुष्टि की गई।
  • संधि के अंतर्गत, नेपाल को पश्चिम में कुमाऊं-गढ़वाल और पूर्व में सिक्किम के अपने क्षेत्रों को खोना पड़ा था।
  • संधि के अनुच्छेद 5 के अनुसार, नेपाल के राजा ने काली नदी के पश्चिम में स्थित क्षेत्र पर अपना दावा छोड़ दिया।
  • काली नदी, उच्च हिमालय से निकलती है और भारतीय उपमहाद्वीप के विस्तृत मैदानों से होकर प्रवाहित होती है।
  • संधि के अनुसार, ब्रिटिश शासकों ने काली नदी के पूर्व में पड़ने वाले क्षेत्र पर नेपाल के अधिकार को मान्यता दी थी।

वर्तमान मुद्दे:

  • नेपाल के विशेषज्ञों के अनुसार, काली नदी के पूर्वी क्षेत्र की शुरुआत, नदी के उद्गम स्थल से मानी जानी चाहिए। इनके अनुसार नदी का उद्गम स्रोत ‘लिंपियाधुरा’ के समीप पहाड़ों में है, जोकि नदी के शेष प्रवाह क्षेत्र की तुलना में अधिक ऊंचाई पर है।
  • नेपाल का दावा है, लिंपियाधुरा से नीचे की ओर बहती हुए नदी की संपूर्ण धारा के पूर्व में स्थित उच्च-पर्वतीय क्षेत्र उनका है।
  • दूसरी ओर भारत का कहना है, नदी का उद्गम कालापानी से होता है, और यही से उसकी सीमा शुरू होती है।
  • दोनों देशों के मध्य यह विवाद, मुख्य रूप से काली नदी के उद्गम स्थल और पहाड़ों से होकर बहने वाली इसकी कई सहायक नदियों की अलग-अलग व्याख्या के कारण है।
  • काली नदी के पूर्व में स्थित क्षेत्र पर नेपाल का दावा, नदी के लिंपियाधुरा उद्गम पर आधारित है, जबकि भारत का कहना है, कि नदी वास्तव में कालापानी के पास निकलती है और इसीलिए इसका नाम ‘काली’ पड़ा है।

 वर्तमान स्थिति:

  • कुछ समय पूर्व, नेपाल द्वारा संशोधित आधिकारिक नक्शा प्रकाशित किया गया था, जिसमे काली नदी के उद्गम स्रोत लिंपियाधुरा से लेकर त्रिकोणीय क्षेत्र के उत्तर-पूर्व में कालापानी और लिपुलेख दर्रे तक के क्षेत्र को अपने क्षेत्र के रूप में शामिल किया गया है।
  • पिछले साल प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने मानचित्र को संवैधानिक दर्जा देने के लिए संविधान संशोधन प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया था।
  • भारतीय पर्यवेक्षकों का कहना है, कि नेपाल सरकार का यह कदम ‘कालापानी मुद्दे’ पर भविष्य में किसी भी समाधान को लगभग असंभव बना सकता है, क्योंकि इस प्रस्ताव को संवैधानिक गारंटी मिलने से इस विषय पर ‘काठमांडू’ की स्थिति दृढ़ हो जाएगी।
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