‘ताहो झील’: अमेरिका (Lake Tahoe: US)

‘ताहो झील’: अमेरिका (Lake Tahoe: US)

  • जलवायु परिवर्तनके कारण उत्पन्न सूखे की स्थिति ने अमेरिका की ‘ताहो झील’ के जलस्तर को उसके प्राकृतिक स्तर से कम कर दिया है जिससे ‘ट्रॉकी नदी’ में प्रवाह रुक गया है।
  • ज्ञात हो कि यह ऐतिहासिक रूप से एक चक्रीय घटना है, जो पूर्व की तुलना में अब जल्दी और अधिक बार घटित हो रही है।

ताहो झील’

  • ‘ताहो झील’ उत्तरी अमेरिका की सबसे बड़ी अल्पाइन झील है और अमेरिका की दूसरी सबसे गहरी झील है।
  • अल्पाइन झीलें अत्यधिक ऊँचाई पर स्थित झीलें या जलाशय हैं, जो आमतौर पर समुद्र तल या ‘ट्री लाइन’ से ऊपर होती हैं।

नोट: ‘ग्रेट लेक्स’ पूर्व-मध्य उत्तरी अमेरिका में गहरे मीठे पानी की झीलों की एक शृंखला है, जिसमें सुपीरियर झीलें, मिशिगन, ह्यूरॉन, एरी और ओंटारियो शामिल हैं। मिशिगन झील कोछोड़कर अन्य झीलें कनाडा एवं संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच एक प्राकृतिक सीमा प्रदान करती हैं।

झीलों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव:

  • कम बर्फ का आवरण:झीलों में कम बर्फ के आवरण की स्थिति देखी जा रही हैं, यदि हवा का तापमान 4 ° C बढ़ जाता है तो 1,00,000 से अधिक झीलों में बर्फ मुक्त सर्दियाँ का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
  • LSWT में वृद्धि:वैश्विक रूप से झील के सतही जल के तापमान में वृद्धि हुई है, जो हवा के तापमान के रुझान के समान या उससे अधिक होती है।
  • वाष्पीकरण दर में वृद्धि:बर्फ के आवरण, स्तरीकरण, हवा की गति और सौर विकिरण जैसे कारकों पर निर्भर क्षेत्रीय विविधताओं के साथ वैश्विक वार्षिक औसत झील वाष्पीकरण दर 2100 तक 16% बढ़ने का अनुमान है।
  • झील में गर्म मौसम के दौरान अलग और विशिष्ट थर्मल परतों का निर्माण करना ही झील स्तरीकरण है।
  • झील जल संग्रहण को प्रभावित करना:वैश्विक झील जल भंडारण जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील है, लेकिन पर्याप्त क्षेत्रीय परिवर्तनशीलता और झील के जल भंडारण में भविष्य में होने वाले परिवर्तनों की अनिश्चित भयावहता की स्थिति बनी हुई है।
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