बोवाइन मास्टिटिस

बोवाइन मास्टिटिस

 

  • हाल ही में नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (NIF) ने डेयरी मवेशियों में मास्टिटिस (दुग्ध ग्रंथियों की सूजन) के इलाज के लिये मस्तिरक जेल नामक एक पॉली-हर्बल दवा विकसित की है।
  • NIF विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) का एक स्वायत्त संस्थान है,जो किसानों के ज्ञान के आधार पर स्वदेशी तकनीकों का नवीनीकरण करता है।

 मस्तिरक जेल का महत्व:

  • दुधारु पशुओं की संक्रमित दुग्ध ग्रंथियों की सतह पर इस जेल के अनुप्रयोग से उनके स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  • यह जेल थन के हानिकारक सूजन को कम करने में सहायक है।
  • यह एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को कम करने के साथ ही कम लागत पर बीमारी के प्रभावी प्रबंधन में मदद करता है।
  • संक्रमित जानवरों का उपचार एंटीबायोटिक दवाओं से करना वर्तमान समय में सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये खतरा बन गया है।

 मास्टिटिस:

  • मास्टिटिस या दुग्ध ग्रंथियों की सूजन दुनिया भर में डेयरी मवेशियों की सबसे आम और सबसे खर्चीली बीमारी है।
  • कई प्रकार के बैक्टीरिया अलग-अलग मास्टिटिस संक्रमण का कारण बनते हैं।
  • मास्टिटिस के इलाज में एंटीबायोटिक दवाएँ केवल नैदानिक उपचार प्रदान करती हैं लेकिन जीवाणु के संक्रमण को समाप्त नहीं कर सकती हैं।

 कारण:

  • मास्टिटिस जैसी बीमारी बैक्टीरिया या अन्य सूक्ष्मजीवों (कवक, खमीर और संभवतः वायरस) के संक्रमण से होती है। इसके अलावा तनाव और शारीरिक चोटें भी दुग्ध ग्रंथि की सूजन का कारण बन सकती हैं।
  • संक्रमण तब शुरू होता है जब सूक्ष्मजीव टीट कैनाल में प्रवेश करके दुग्ध ग्रंथि में वृद्धि करते हैं।

 निवारण:

  • टीट एंड पर रोगजनकों की उपस्थिति को कम करने के लिये प्रबंधन प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर नए संक्रमणों को रोका जा सकता है।
  • नए संक्रमणों के संचरण को रोकने के लिये एकमात्र महत्त्वपूर्ण प्रबंधन साधन के तौर पर एक पोस्ट मिल्क टीट डिप के रूप में प्रभावी रोगाणुनाशक का उपयोग करना है।

 प्रभाव:

  • यह रोग दूध की गुणवत्ता में गिरावट के कारण कृषि उत्पादकता को प्रभावित कर सकता है जिससे आय-सृजन संबंधी गतिविधियाँ प्रभावित हो सकती है।
  • यह दुग्ध उत्पादन को कम करने के साथ ही उत्पादन की लागत को बढ़ाता है तथा दूध की गुणवत्ता को कम करता है।
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