एक सूक्ष्म घोंघा प्रजाति

एक सूक्ष्म घोंघा प्रजाति

 

  • हाल ही में मेघालय की मॉस्मई गुफा (Mawsmai Cave) में जिओरिसा मॉस्मईन्सिस (Georissa mawsmaiensis) नामक एक सूक्ष्म घोंघे की प्रजाति की खोज की गई है।

परिचय:

  • नई प्रजाति अपने शेल (Shell) आकारिकी में जिओरिसा सरिता (उसी जीनस का एक सदस्य जिसे 1851 में खोजा गया था) से अद्वितीय है, जो शेल के आकार की भिन्नता सहित चार प्रमुख सर्पिल स्ट्राइप्स के साथ इनके शरीर पर मौजूद होती हैं।
  • ये सर्पिल स्ट्राइप्स जियोरिसा सरिता (Georissa Sarrita) में सात पाई जाती हैं।

 निवास:

  • जिओरिसा तराई के उष्णकटिबंधीय जंगल के साथ-साथ उच्च ऊँचाई वाले सदाबहार जंगलों या कैल्शियम से भरपूर चट्टानी सतहों पर मिट्टी या भूमिगत आवासों में पाया जाता है।

 विघटन:

  • जिओरिसा जीनस (Georissa Genus) के सदस्यों का वितरण व्यापक रूप से अफ्रीका, एशिया व प्रशांतक्षेत्र में है।
  • हालाँकि वे चूना पत्थर की गुफाओं या चूना पत्थर के विघटन से बनने वाले कार्स्ट परिदृश्यों से युक्त सूक्ष्म आवासों तक ही सीमित हैं।

 खतरा:

  • उच्च पर्यटक प्रवाह अन्य गुफा जीव इस सूक्ष्म घोंघे की प्रजाति के लिये खतरा पैदा कर सकते हैं।

मॉस्मई गुफा

  • यह मेघालय के पूर्वीखासी हिल्स  में चेरापूंजी (सोहरा) से लगभग चार किलोमीटर की दूरी पर मॉस्मई के छोटे से गाँव में स्थित है।
  • खासी भाषा में मॉस्मई शब्द का अर्थ ओथ स्टोन‘ होता है। खासी लोग गुफा के लिये स्थानीय शब्द क्रेम का इस्तेमाल करते हैं।
  • मॉस्मई गुफा समुद्र तल से 1,195 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और परोक्ष रूप से पूर्वी खासी पहाड़ियों से निकलने वाली किंशी नदी की धाराओं से प्रभावित है।
  • यह गुफा अपने कुछ जीवाश्मों के लिये प्रसिद्ध है जिन्हें यहाँ देखा जा सकता है।
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