राजाजी टाइगर रिज़र्व

राजाजी टाइगर रिज़र्व

 

  • हाल ही में, सर्वोच्च न्यायालयद्वारा नियुक्त एक समिति ने राजाजी टाइगर रिज़र्व के बफर ज़ोन में 4.7 किलोमीटर की सड़क (लालढांग-चिल्लरखाल रोड) के उन्नयन के लिये दी गई छूट पर सवाल उठाया है और केंद्र तथा उत्तराखंड सरकार से इस पर जवाब मांगा है।
  • सड़कों की माप में छूट को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (National Board for Wildlife- NBWL) द्वारा मंज़ूरी दी गई थी जो कि संरक्षित क्षेत्रों के अंतर्गत तथा उनके आस-पास परियोजनाओं को मंज़ूरी देने वाली शीर्ष एजेंसी है।

 

प्रमुख बिंदु

टाइगर रिज़र्व का कोर तथा बफर क्षेत्र:

  • वन्यजीव (संरक्षण) संशोधन अधिनियम 2006 के  के अनुसार, एक बाघ अभयारण्य में एक कोर या महत्त्वपूर्ण आवास क्षेत्र तथा इसके परिधीय क्षेत्र में एक बफर ज़ोन अवश्य होना चाहिये।
  • जहाँ संरक्षण की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण आवास (Critical Habitat) को संरक्षित रखा जाना आवश्यक है वहीं बाघों के प्रसार के लिये पर्याप्त स्थान के साथ आवास की अखंडता सुनिश्चित करने हेतु एक बफर ज़ोन का होना भी आवश्यक है।
  • इसका उद्देश्य वन्य जीवन और मानव गतिविधि के बीच सह-अस्तित्व को बढ़ावा देना है।

 

राजाजी टाइगर रिज़र्व के विषय में: 

अवस्थिति: रिद्वार (उत्तराखंड), शिवालिक श्रेणी की तलहटी में। यह राजाजी नेशनल पार्कका हिस्सा है।

पृष्ठभूमि: राजाजी राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना वर्ष 1983 में उत्तराखंड में तीन अभयारण्यों यानी राजाजी, मोतीचूर और चीला को मिलाकर की गई थी।

  • इसका नाम प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी सी. राजगोपालाचारी के नाम पर रखा गया था; जो कि के नाम से प्रसिद्ध “राजाजी” थे|
  • वर्ष 2015 में इसे टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया तथा यह देश का 48वाँ टाइगर रिज़र्व बना।

 

प्रमुख विशेषताएँ:

वनस्पति: चौड़ी पत्ती वाले पर्णपाती वन, नदी तटीय वनस्पति, झाड़ियाँ, घास के मैदान और देवदार के वन इस पार्क में वनस्पतियों की एक श्रेणी बनाते हैं।

  • साल (Shorearobusta) यहाँ पाई जाने वाली प्रमुख वृक्ष प्रजाति है।

जीवजगत: यह रिज़र्व बाघ, हाथी, तेंदुआ, हिमालयी काला भालू, सुस्त भालू/स्लॉथ बियर, सियार, लकड़बग्घा, चित्तीदार हिरण, सांभर, बार्किंग डिअर, नीलगाय, बंदर और पक्षियों की 300 से अधिक प्रजातियों सहित स्तनधारियों की 50 से अधिक प्रजातियों का निवास स्थान है।

नदियाँ: गंगा और सोंग नदियाँ इससे होकर गुज़रती हैं।

 

उत्तराखंड में अन्य संरक्षित क्षेत्र:

  • जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (भारत का प्रथम राष्ट्रीय उद्यान)
  • फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान और नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान जो एक साथ यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल हैं। 
  • गोविंद पशु विहार राष्ट्रीय उद्यान तथा अभयारण्य
  • गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान
  • नंधौर वन्यजीव अभयारण्य
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