हॉर्नबिल

हॉर्नबिल

 

  • हाल ही में दो वैज्ञानिक संगठनों के शोधकर्त्ताओं द्वारा इस विषय पर अध्ययन किया गया कि अरुणाचल प्रदेश के ‘नामदफा टाइगर रिज़र्व’ में मौजूद पौधों और हॉर्नबिल ने एक-दूसरे के वितरण को किस प्रकार प्रभावित किया।
  • यह अध्ययन इस तर्क को मज़बूत करता है कि ‘हॉर्नबिल’ जंगल के ‘बागवान या किसान’ हैं और वे अपने बीज प्रकीर्णन के माध्यम से अपने स्वयं के लिये खेती करते हैं।

अध्ययन के विषय में

  • उष्णकटिबंधीय वनों के साथ हॉर्नबिल का सहजीवी संबंध होता है। लंबी अवधि में, यह सहजीवी संबंध संभवतः ऐसे बागों का निर्माण करता है, जो हॉर्नबिल को आकर्षित करता है।
  • अध्ययन से पता चलता है कि कैनरियम जैसे दुर्लभ वृक्ष वाले वन बड़ी संख्या में हॉर्नबिल को आकर्षित करते हैं। वहीं परिणामस्वरूप हॉर्नबिल इन वन क्षेत्रों में अधिक संख्या में पौधों की प्रजातियों की एक विविध सरणी के बीजों का प्रकीर्णन करते हैं।

 हॉर्नबिल 

  • हॉर्नबिल (बुसेरोटिडे परिवार) उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय अफ्रीका और एशिया में पाए जाने वाले पक्षियों का एक परिवार है।

भारत में:

  • भारत में हॉर्नबिल की नौ प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारत के भीतर हॉर्नबिल प्रजातियों की विविधता सबसे अधिक है।
  • वे पूर्वोत्तर में कुछ जातीय समुदायों के विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश के ‘न्याशी’ समुदाय का सांस्कृतिक प्रतीक हैं।
  • नगालैंड में मनाए जाने वाले ‘हॉर्नबिलउत्सव’ का नाम ‘हॉर्नबिल’ पक्षी के नाम पर रखा गया है। यह नगाओं के लिये सबसे सम्मानित और प्रशंसित पक्षी है।

 खतरें

  • हॉर्नबिल का शिकार उनके ‘कास्क’ (ऊपरी चोंच) और उनके पंखों के लिये किया जाता है। उनके माँस और उनके शरीर के अंगों के औषधीय महत्त्व के चलते भी उनका अवैध शिकार किया जाता है।
  • असली ‘हॉर्नबिल कास्क’ के बजाय हेडगियर के लिये फाइबर-ग्लास चोंच के उपयोग को बढ़ावा देने वाले एक संरक्षण कार्यक्रम ने इस खतरे को कम करने में मदद की है।
  • ऐसे वृक्षों, जहाँ हॉर्नबिल पक्षी घोंसला बनाते हैं, की अवैध कटाई से उनके प्राकृतिक आवास नष्ट हो जाते हैं।

 

                                                         भारत में हॉर्नबिल की 9 प्रजातियाँ

द ग्रेट हॉर्नबिल

आवास: पश्चिमी घाट और हिमालय। यह भारत में पाई जाने वाली हॉर्नबिल की सभी प्रजातियों में सबसे बड़ा है तथा अरुणाचल प्रदेश व केरल का राजकीय पक्षी भी है।

IUCN रेड लिस्टसुभेद्य (Vulnerable)

CITES: परिशिष्ट I

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972: अनुसूची I

रफस-नेक्ड हॉर्नबिल

आवास: यह भारत की सबसे उत्तरी सीमा तक पाया जाता है। संपूर्ण उत्तर-पूर्वी भारत से लेकर पश्चिम बंगाल में महानंदा वन्यजीव अभयारण्य तक ये पाए जाते हैं।

§  IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)

§  CITES: परिशिष्ट I

रेथ्ड हॉर्नबिल

आवास: उत्तर-पूर्वी भारत

IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)

CITES: परिशिष्ट II

नारकोंडम हॉर्नबिल

आवास: अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के नारकोंडम द्वीप के स्थानिक

IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)

CITES: परिशिष्ट II

वन्यजीव संरक्षण अधिनियम1972: अनुसूची I

मालाबार पाइड हॉर्नबिल

आवास: भारत और श्रीलंका में सदाबहार और नम पर्णपाती वन।

IUCN रेड लिस्ट: संकट-निकट (Near Threatened)

CITES: परिशिष्ट II

ओरिएंटल पाइड हॉर्नबिल

आवास: उपोष्णकटिबंधीय या उष्णकटिबंधीय नम तराई वन।

IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern)

CITES: परिशिष्ट II

ऑस्टेंस ब्राउन हॉर्नबिल

आवास: उत्तर पूर्व भारत के वन, मुख्य रूप से नामदफा राष्ट्रीय उद्यान, अरुणाचल प्रदेश में।

IUCN रेड लिस्ट: संकट-निकट (Near Threatened)

CITES: N/A

मालाबार ग्रे हॉर्नबिल

आवास: पश्चिमी घात

IUCN रेडलिस्ट: कम चिंतनीय 

CITES: N/A

इंडियन ग्रे हॉर्नबिल

आवास: दक्षिणी हिमालय की तलहटी

IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern)

CITES: N/A

नामदफा राष्ट्रीय उद्यान

पृष्ठभूमि: 

  • इसे वर्ष 1983 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। उसी वर्ष, इसे टाइगर रिज़र्व भी घोषित किया गया था।

भौगोलिक अवस्थिति:

  • यहअरुणाचल प्रदेश राज्य में भारत और म्याँमार के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित है।
  • नामदफादक्षिण और दक्षिण-पूर्व में पटकाई पहाड़ियों से और उत्तर में हिमालय से घिरा हुआ है।
  • नामदफावास्तव में इस उद्यान से निकलने वाली एक नदी का नाम है और यह नोआ-देहिंग नदी से मिलती है। नोआ-देहिंग नदी, ब्रह्मपुत्र की एक सहायक नदी है और राष्ट्रीय उद्यान के मध्य में उत्तर-दक्षिण दिशा में बहती है।

जलवायु: यहाँ की जलवायु उपोष्णकटिबंधीय है। पहाड़ी भाग में पर्वतीय प्रकार की जलवायु होती है जबकि निचले मैदानों और घाटियों में उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है।

वनस्पति: उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन (उष्णकटिबंधीय वर्षा वन)।

 जीव जगत: 

  • यहविश्व का एकमात्र पार्क है जिसमें बड़ी बिल्ली की चार प्रजातियाँ- बाघ, तेंदुआ, हिम तेंदुआ और क्लाउडेड लेपर्ड, पाई जाती हैं।
  • प्राइमेट की भी कई प्रजातियाँ यहाँ पाई जाती हैं जैसे-असम मकाक, पिग टेल्ड मकाक, स्टंप टेल्ड मकाक आदि।
  • भारत में पाई जाने वाली एकमात्र ‘लंगूर’ प्रजातिहूलॉक गिबन भी इस राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती है।
  • यहाँ पाए जाने वाले अन्य महत्त्वपूर्ण जानवरों मेंहाथी, काला भालू, भारतीय बाइसन और विभिन्न प्रकार के जंगली जानवर शामिल हैं।
  • सफेद पंखों वाली वुड डकयहाँ पाई जाने वाली पक्षी प्रजातियों में, सबसे उल्लेखनीय है क्योंकि यह एक दुर्लभ एवं लुप्तप्राय प्रजाति है। यहाँ ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल सहित हॉर्नबिल की 9 में से 5 प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
No Comments

Post A Comment